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________________ रंगों की मनोवैज्ञानिक प्रस्तुति 87 रोनाल्ड हन्ट (Ronald Hunt) ने भी चिकित्सा के सन्दर्भ में कहा कि जब व्यक्ति अपने विश्राम, सक्रियता और प्रेरणा के रंग जान जाता है तो दिन के रचनात्मक कार्यों के लिये उसे प्रेरणादायी रंग का श्वास, अपनी योजनाओं की उत्साहपूर्वक क्रियान्विति के लिये सक्रियता के रंग का श्वास तथा सायंकाल विश्राम के रंग का श्वास लेना चाहिए।' रंगों की प्रियता-अप्रियता के सन्दर्भ में आज प्रयोगों ने यह सिद्ध कर दिया है कि उम्र और लिंग के अनुसार रंग चयन भिन्न-भिन्न होता है। बच्चे अधिकतर चमकदार व तेज रंगों के प्रति आकृष्ट होते हैं। उनका रंग-बोध लाल, पीला, हरा व नीले रंग तक ही सीमित होता है । गहरी छवियां बच्चों को बहुत कम आकर्षित करती हैं जबकि युवा लोग कई प्रकार के रंग पसन्द करते हैं, क्योंकि उनका रंग-बोध विकसित होता है। अध्ययन से ज्ञात हुआ है कि स्त्रियों का मन-पसन्द रंग अधिकतर लाल होता है जबकि पुरुषों का नीला। पुरुष अपने चारों ओर तेज रंग पसन्द करते हैं जबकि स्त्रियां हल्के रंग पसन्द करती हैं। रंग के विविध आयाम रंग विज्ञान ने अभिव्यक्ति में छवि (Hue), शुभ्रता (Lightness), विशदता (Saturation) इन तीन आयामों को मुख्यता दी है। रंग क्षेत्र में इन तीनों को भौतिक विधियों से मापने का प्रयास किया गया है । छवि को प्रबल तरंग दैर्ध्य प्रणाली से, शुभ्रता को सम्पूर्ण प्रकाश पद्धति से तथा विशदता का अंकन रंग की शुद्धता देखकर किया जाता है। रंगों का संवेगात्मक प्रभाव इसकी प्रकृति, गुण और क्षमता पर आधारित होता है। संक्षिप्त में कुछ बिन्दुओं का उल्लेख किया जा सकता है - • रंगों की प्रकृति गर्म/ठण्डी, शांतिदायक/उत्तेजक, चमकदार/उदासीन, प्रसन्नता तथा संताप देने वाली है। • रंग के मुख्यतः चार तरह के प्रभाव हैं - गर्म/हल्का, गर्म/गहरा, ठण्डा/हल्का, ठण्डा /गहरा। • रंग में शक्ति, क्रिया, विधायकता, नमी, ताप, ठण्डक एवं वजन होता है। भावदशा से जुड़े स्पेक्ट्रम के लाल रंग और इससे मिलते-जुलते रंग गर्म, सक्रियता तथा उत्तेजनात्मक माने गए हैं। नीला, बैंगनी और हरा रंग ठण्डा, निष्क्रिय और शांत माना गया है। आक्रामक एवं उत्तेजनात्मक होने के कारण गर्म रंग की अधिकतम क्षमता चमकदार प्रकाश में होती है और ठण्डे रंग की निष्क्रिय एवं शान्त होने की क्षमता हल्के रंग में होती है। 1. Ronald Hunt, The Seven Keys to Colour Healing, An Exhaustive Survey Compiled by Health Research. Colour Healing, p. 65 2. Alex Jones, Seven Mansions of Colour, p. 97 3. Encyclopedia American, Vol. VII, p. 305 Jain Education Intemational For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003048
Book TitleLeshya aur Manovigyan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShanta Jain
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1996
Total Pages240
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & Karma
File Size11 MB
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