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चैतन्य का स्फुरण एवं भौतिक विस्फोट
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सम्मोहन के प्रयोग के समय अगर प्रयोक्ता पर कंकर रखते हुए यह निर्देश दे कि यह आग का भयंकर गोला आपके हाथ पर रखा गया है। हाथ में भयंकर गर्मी और जलन बढ़ रही है, वह तत्काल अपने आपको बचाने के लिए उसको फेंक देगा । उस स्थान पर कई बार जलन से फफोले हो जाते हैं ।
सम्मोहन में केवल धारणा ही तो होती है। धारणा ही जब ऐसा कर सकती है तो संकल्प से प्राण और तैजस् शरीर को जगाने से क्या भयंकर विस्फोट नहीं हो सकता ।
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