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(७८ )
थोकडा संग्रह।
११ तिर्यंचणी में से निकले हुवे एक समय में जघन्य एक, उत्कृष्ट दश सिद्ध होते हैं।
१२ मनुष्य गर्मज में से निकले हुवे एक समय में जघन्य एक, उत्कृष्ट दश सिद्ध होते हैं।
१३ मनुष्यनी में से निकले हुवे एक समय में जघन्य एक, उत्कृष्ट वीश सिद्ध होते हैं।
१४ वाण व्यन्तर में से निकले हुवे एक समय में जघन्य एक, उत्कृष्ट दश सिद्ध होते हैं।
१५ वाण व्यतर की देवियों में से निकले हुवे एक समय में जघन्य एक, उत्कृष्ट पांच सिद्ध होते हैं।
१६ ज्योतिषी के निकले हुवे एक समय में जघन्य एक सिद्ध, उत्कृष्ट दश सिद्ध होते हैं।
. १७ ज्योतिषी की देवियों में से निकले हुवे एक समय में जघन्य एक, उत्कृष्ट वीश सिद्ध होते हैं।
१८ चैमानिक के निकले हुवे एक समय में जघन्य एक सिद्ध, उत्कृष्ट १०८ सिद्ध होते हैं।
१६ वैमानिक की देवियों में से निकले हुवे एक समय में जघन्य एक, उत्कृष्ट बीस सिद्ध होते हैं ।
२० स्वलिङ्गी एक समय में जघन्य एक, उत्कृष्ट १०८ सिद्ध होते हैं।
२१ अन्य लिङ्गी एक समय में जघन्य एक, उत्कृष्ट दश सिद्ध होते हैं।
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