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उपयोग अधिकार ।
( ५११) mannanna
(३) ५ स्थावर में ३ उपयोग (२ अज्ञान १ दर्शन) लेकर आवे और ३ उपयोग लेकर निकले ३ विकलेन्द्रिय में ५ उपयोग ( २ ज्ञान २ अज्ञान १ दर्शन ) लेकर आये
और ३ उपयोग (२ अज्ञान १ दर्शन ) लेकर निकले, तिर्यच पंचेन्द्रिय में ५ उपयोग लेकर अावे और ८ उपयोग लेकर निकले मनुष्य में ७ उपयोग (३ ज्ञान २ अज्ञान २ दर्शन ) लेकर आवे और ८ उपयोग लेकर निकले सिद्ध में केवल ज्ञान, केवल दर्शन लेकर आवें और अनंत काल तक आनन्दघन रूप से शाश्वता विराजमान होवे ।
ॐ इति उपयोग अधिकार सम्पूर्ण *
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