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थोकडा संग्रह।
प्रकार की वेदना । कारण कि दो प्रकार के देवता हैं।
१ अमायी सम्यक दृष्टि निंदा वेदना वेदते हैं। २ मायी मिथ्यादृष्टि-अनिंदा वेदना वेदते हैं ।
* इति वेदना पद सम्पूर्ण *
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