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परम कल्याण के ४० बोल ।
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३६ देव गुरु वंदन में सुदर्शन शेठ अंतगढ़ सूत्र
निर्भीक होने से , ३७ चर्चा से वादियों मण्डूक श्रावक भगवती,
को जीतने से ३८ मिले हुवे निमित आर्द्र कुमार सूत्रकृतांग ,,
पर शुभ भावना से,, ३६ एकत्व भावना
कत्व भावना नमिराजर्षि उत्तराध्यान .. भावने से , ४० विषय सुख में जिनपाल
ज्ञाता, गृद्ध न होने से , ॥ इति परम कल्यान के ४० बोल सम्पूर्ण ।
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