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(४८)
थोकडा संग्रह।
परिणमते समय कोई जीव उपजता व चवता नहीं तथा लेश्या के अन्त समय में कोई जीव उपजता व चवता नहीं । परभव में कैसे चवे ? इसका वर्णन-लेश्या पर भव की आई हुई अन्तहितं गये बाद शेष अन्तर्मुहूर्त पायुष्य में बाकी रहने पर जीव परभव के अन्दर जावे ।
॥ इति श्री लेश्या का थोकड़ा सम्पूर्ण ॥
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