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राधिक विधिक ।
( ४६१ )
१० जमाली के मतवाले जघन्य भवनपति उत्कृष्ट छठे देवलोक तक जावे |
११ संज्ञी तिर्यच जघन्य भवनपति उत्कृष्ट आठवें देवलोक तक जावे !
१२ गोशाले के मतवाले जघन्य भवनपति उत्कृष्ट बारहवें देवलोक तक जावे |
१३ दर्शन विराधिक स्वलिंङो साधु जघन्य भवनपति उत्कृष्ट नव ग्रीयवेक तक जावे |
१४ आजीविका मतवाले जघन्य भवनपति उत्कृष्ट बारहवें देवलोक तक जावे |
॥ इति श्राराधिक विराधिक का थोकड़ा सम्पूर्ण ॥
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