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________________ (२६) थोकडा संग्रह । ११ दिडिया क्रिया के दो भेद १ जीव दिहिया २ अजीव दिहिया। १ अश्व गजादिक-को देखने के लिये जाने से जीव दिठिया क्रिया लगे। २ चित्रामणादि-को देखने के लिये जाने से अजीब दिठिया क्रिया लगे १२ पुष्ठिया क्रिया-के दो भेद १ जीव पुठिया २ अजीव पुठिया। १ जीव का स्पर्श करे तो जीव पुठिया क्रिया लगे । २ अजीव ने स्पर्श तो अजीव पुठिया क्रिया लगे। १३ पाडुच्चिया क्रिया के दो भेद १ जीव पाडुच्चिया २ अजीव पाडुचिया ।। .१ जीव का बुरा चिंतवे तथा उस पर ईष्या करे तो जीव पाडुच्चिया क्रिया लगे। २ अजीव का बुरा चिंतवे तथा उस पर ईष्या करे ___ तो अजीव पाडचिया क्रिया लगे। १४ सामंतो वणिवाईया क्रिया के दो भेद १ जीव ___ सामंतो वणिवाईया २ अजीव सामंतो वणिवाईया। १ जीव का समुदाय रक्खे तो जीव सामंतो वाणवाईया क्रिया लगे। २ अजीव का समुदाय रक्खे तो अजीव सामंतो वणिवाईया क्रिया लगे। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002997
Book TitleJainagama Thoak Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChhaganlal Shastri
PublisherJainoday Pustak Prakashan Samiti Ratlam
Publication Year1935
Total Pages756
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari, Karma, & Philosophy
File Size23 MB
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