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________________ पच्चीस क्रिया। ( २७) १५ साहथिया-के दो भेद १ जीव साहथिया २ अजीव साहथ्थिया। १ जीव का अपने हाथों के द्वारा हनन करे तो जीव साहथिया क्रिया लगे। २ खगादि के द्वारा जीव को मारे तो अजीव साहथिया क्रिया लगे। १६ नेसाथिया क्रिया के दो भेद १ जीव नेसथ्थिया २ अजीव नेसध्धिया । १ जीव को डाल देवे तो जीव नेसथ्थिया क्रिया लगे। २ अजीव को डाल देवे तो अजीव नेसथ्थिाया क्रिया लगे। १७ प्राणवणिया क्रिया-के दो भेद १ जीव प्राणव णिया २ अजीव प्राणवणिया । १ जीव को मंगावे तो जीव प्राणवणिया क्रिया लगे। २ अजीव को मंगावे तो अजीव प्राणवणिया क्रिया लगे। १८ वेदारणिया क्रिया के दो भेद १ जीव वेदारणिया २ अजीव वेदारणिया। १ जीव को वेदारे तो जीव वेदारणिया क्रिया लगे । २ अजीव को वेदारे तो अजीव वेदारणिया क्रिया लगे। १६ प्रणाभोग वत्तिया क्रिया के दो भेद १ अणाउत प्रायणता २ प्रणाउत्त पम्मजगता। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002997
Book TitleJainagama Thoak Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChhaganlal Shastri
PublisherJainoday Pustak Prakashan Samiti Ratlam
Publication Year1935
Total Pages756
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari, Karma, & Philosophy
File Size23 MB
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