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थोकडा संग्रह।
छोड़ शेष ८ उत्तम पदवी, और स्त्री को छोड़ शेष ६ पंचे. न्द्रिय रत्न एवं सर्व १४ पदवी।।
५५ नपुंसक लिङ्ग में ५ पदवी पावे १ केवली २ साधु ३ श्रावक ४ समकित ५ मांडलिक । ॥ इति तेंवीश पदवी सम्पूर्ण ॥
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