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नव तत्त्व ।
(७)
२ उसका देश, ३ तथा उसका प्रदेश, ४ अधर्मास्तिकाय का स्कंध, ५ देश तथा ६ प्रदेश, ७ आकास्ति काय का स्कंध, ८ देश तथा ६ प्रदेश, १० काल ये १० भेद अरुपी अजीव के, १ पुद्गलास्ति काय का स्कंध, २ देश तथा ३ प्रदेश-तीन तो ये और चौथा परमाणु पुद्गल एवं चार भेद रुपी अजीब के मिला कर अजीव के १४ भेद
विस्तार नय से अजीव के ५६० भेद
३० भेद अरूपी अजीव के-१ धर्मास्ति काय, द्रव्य से एक, २ क्षेत्र से लोक प्रमाण, ३ काल से आदि अंत रहित, ४ भाव से अरुपी, ५ गुण से चलन सहाय । ६ अधर्मास्ति काय द्रव्य से एक, क्षेत्र से लोक प्रमाण, ८ काल से आदि अंत रहित ह भाव से अरुपी, १० गुण से स्थिर सहाय, ११ श्राकास्ति क य द्रव्य से एक, १२ क्षेत्र से लोकालोक प्रमाण, १३ काल से आदि अंत रहित, १४ भाव से अरुपी, १५ गुण से अवगाहनादान तथा विकाश लक्षण, १६ काल द्रव्य से अनंत, १७ क्षेत्र से अढ़ी द्वीप प्रमाण, १८ काल से आदि अंत रहित, १६ भाव से अपी, २० गुण से वर्तना लक्षण, ये २० और १० भेद ऊपर कहे हुवे इस प्रकार कुल ३० भेद अरुपी अजीव के हुवे ।
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