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मेअज्ज थूलभद्दो, मेअज्-ज-थूल-भद्-दो, मेतार्य मुनि और मंत्री पुत्र स्थूलभद्र वयररिसी नंदिसेण सिंहगिरी । वयर-रिसी नन्-दि-सेण सिंह-गिरी। वज्र ऋषि, मुनि नंदिषेण और सिंहगिरि आचार्य, कयवन्नो अ सुकोसल, कय-वन्-नो अ सुकोसल, कयवन्ना शेठ और सुकोशल मुनि, पुंडरिओ केसि करकंडू ॥२॥ पुण्-ड-रिओ केसि कर-कण-डू ॥२॥ राजकुमार पुंडरीक, केशी गणधर और करकंडू राजर्षि २. गाथार्थ : मेतार्य मुनि, स्थूलभद्र, वज्र ऋषि, नंदिषेण, सिंहगिरि, कृतपुण्य (कयवन्न), सुकोशल, पुंडरीक, केशी, करकंडू और । २. हल्ल विहल्ल सुदंसण, हल्-ल विहल्-ल सु-दन्-सण, राजकुमार हल्ल, राजकुमार विहल्ल और सुदर्श शेठ, साल महासाल सालिभद्दो अ। साल महा-साल सालि-भद्-दो अ। राजकुमार शाल, राजकुमार महाशाल और शालिभद्र , भद्दो दसन्नभद्दो,
भद्-दो द-सन्-न-भद्-दो, शेठ भद्र और दशार्णभद्र राजा, पसन्न चंदो अजसभद्दो ॥३॥ पसन्-न चन्-दो अजस-भद्-दो ॥३॥ प्रसन्नचंद्र राजर्षि और यशोभद्रसूरि। ३. गाथार्थ : हल्ल, विहल्ल, सुदर्शन शेठ, शाल, महाशाल, शालिभद्र, शेठ भद्र, राजा दशार्णभद्र, प्रसन्नचन्द्र राजर्षि और यशोभद्र सूरि और । ३. जंबुपहू वंकचूलो, । जम्-बु-पहू वङ्-क-चूलो, जंबू स्वामी और राजकुमार वंकचूल, गयसुकुमालो अवंतिसुकुमालो। गय-सुकु-मालो, अवन्-ति सुकुमालो। राजकुमार गजसुकुमाल और अवंतिसुकुमाल, धन्नो ईलाईपुत्तो, धन्-नो ईलाई-पुत्-तो,
श्रेष्ठि पुत्र धन्य कुमार और श्रेष्ठि ईलाची का पुत्र, चिलाईपुत्तो अ बाहुमुणी ॥४॥ चिला-ई-पुत्-तो अ बाहु-मुणी ॥४॥ दासी चिलाती का पुत्र और बाहु मुनि । ४. गाथार्थ : जम्बू स्वामी, वंकचूल राजकुमार, गजसुकुमाल, अवन्तिसुकुमाल, धन्यकुमार, इलाचीपुत्र, चिलातीपुत्र, बाहु मुनि और । ४. अज्जगिरी अज्जरक्खिअ, अज्-ज-गिरी अज्-ज-रक्-खिअ, आर्य महागिरि और आर्य रक्षितसूरि अज्जसुहत्थी उदायगो मणगो। अज्-ज-सुहत्-थी उदा-यगो मण-गो। आर्य सुहस्तिसूरि, उदायन राजर्षि और मनक मुनि कालयसूरी संबो, काल-य-सूरी सम्-बो,
आचार्य कालक और राजकमार शांब पज्जुन्नो मूलदेवो अ॥५॥ पज्-जुन्-नो मूल-देवो अ॥५॥ राजकुमार प्रद्युम्न और राजकुमार मूलदेव । ५. गाथार्थ : आर्य महागिरि, आर्यरक्षित, आर्य सुहस्तिसूरि, उदायन राजर्षि, मनक कुमार, कालकसूरि, शाम्ब कुमार, प्रद्युम्न कुमार, राजा मूलदेव और । ५. पभवो विण्हुकुमारो, पभ-वो विण्-हु-कुमा-रो,
प्रभव स्वामी और विष्णु कुमार मुनि अद्दकुमारो दढप्पहारी अ। अद्-द-कुमारो दढप्-पहारी अ। | राजकुमार आर्द्र कुमार और ब्राह्मण पुत्र दृढप्रहारी सिज्जंस कूरगडू अ, सिज्-जन्-स कूर-गडू अ, राजकुमार श्रेयांस और कूरगडू मुनि सिज्जंभव मेहकुमारो अ॥६॥ सिज्-जम्-भव मेह-कुमा-रो अ॥६॥ शय्यंभवसूरि और मुनि मेघ कुमार। ६. गाथार्थ : प्रभव स्वामी, विष्णु कुमार, आर्द्र कुमार, दृढ प्रहारी, श्रेयांस, कूरगडु मुनि, शय्यंभव स्वामी और मेघ कुमार। ६. एमाइ महासत्ता, एमाइ महा-सत्-ता,
इत्यादि महापुरुष दितु सुहं गुण-गणेहि-संजुत्ता। दिन्-तु सुहम् गुण-गणे-हिम् सञ् (सन् )-जुत्-ता। प्रदान करे सुख गुणों के समूह से युक्त जेसिं नामग्गहणे, जेसिम्-नामग्-ग-ह-णे,
जिनका नाम लेने से पावप्पबंधा विलयं जंति ॥७॥ पावप्-प-बन्-धा- विल-यम् जन्-ति ॥७॥ पाप के बंधन नष्ट होते हैं । ७. गाथार्थ : गुणों के समूह से युक्त इत्यादि महापुरुष सुख को प्रदान करे; जिनका नाम लेने से पाप के बंधन नष्ट हो जाते हैं । ७.
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