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________________ मुख्य दाता DRONAULA 00000000000000000000000000 SARAKAASAATHARVA 3000000000000000000 पाश्वे परिवार ACCOMWS आपके सौम्य व्यवहार से आप सर्वत्र प्यारे बनें, आपके सौहार्द वर्तन से आप सर्वत्र सबके बनें। आपके मधुर वचन से आप सर्वत्र अपने बनें, आपकी धार्मिक श्रद्धा से आप सर्वत्र न्यारे बनें । सदा धर्म को अग्रसर बनाकर अपने जीवन को पावन कर हमे भी कुछ अच्छे संस्कारों का सिंचन कराने में उद्यमवंत रहनेवालो के जीवन सुकृत्यों की अनुमोदना हेतु इस प्रस्तुत प्रकाशन में यत्किचित् लाभ लेकर हम धन्य बने हैं। स्व. प्रभुलाल तगामलजी मालू, स्व. शंकरलाल तगामलजी मालू, स्व. संपत शंकरलाल मालू एवं स्व. ओमप्रकाश रिखबदासजी मालू की पुण्य स्मृति में पार्श्व परिवार गाव : रामसर, जि. बाड़मेर (राज), हाल : मुंबई, अहमदाबाद, जोधपुर हस्ते : श्री मोहनलाल प्रभुलालजी मालू feladana सह शुभेच्छुक C ontiy १.शा. कृष्णाजी शेषमलजी एन्ड कंपनी (भायखला, मुंबई) २. श्रीमती विमलाबेन घीसुलालजी शेषमलजी, कोसेलाव (राज.), भायखला, मुंबई ३. श्री कान्तिलालजी भीखमचंदजी जैन, चैन्नई ४. स्व. फुलवतीबहेन मणिलालजी पितालालजी (दावणगिरी, कर्णाटक) ५. एक सद्गृहस्थ की ओर से... उदयपुर (राज.) ६. श्री भीडभंजन पार्श्वनाथ सामायिक महिला मंडल - चैन्नई JameducationLoterratioce of private a Personal use only Powew.jare foSS
SR No.002927
Book TitleAvashyaka Kriya Sadhna
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRamyadarshanvijay, Pareshkumar J Shah
PublisherMokshpath Prakashan Ahmedabad
Publication Year2007
Total Pages274
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Ethics, Spiritual, & Paryushan
File Size66 MB
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