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स्थलचर चतुष्पद जीव QUADRUPED LNING ON LAND
६. कुंरग-रुरु-सरभ-चमर-संबर-उरभ-ससय-पसय-गोण-रोहिय-हय-गय-खर-करभखग्ग-वाणर-गवय-विग-सियाल-कोल-मज्जार-कोलसुणह-सिरियंदलगावत्त-कोकंतिय-गोकण्णमिय-महिस-वियग्घ-छगल-दीविय-साण-तरच्छ-अच्छ-भल्ल-सदूल-सीह-चिल्ललचउप्पयविहाणाकए य एवमाई।
६. कुरंग और रुरु जाति के हिरण, सरभ-अष्टापद, चमर-नील गाय, संबर-सांभर, उरभ्र-मेढा, शशक-खरगोश, पसय-प्रशय-वन्य पशुविशेष, गोण-बैल, रोहित-पशुविशेष, घोड़ा, हाथी, गधा, करभ-ऊँट, खड्ग-गेंडा, वानर (बन्दर), गवय-रोझ, वृक-भेड़िया, शृगाल-सियार-गीदड़, कोल-शूकर, मार्जार-बिलाव-बिल्ली, कोलशुनक-बड़ा शूकर, श्रीकंदलक एवं आवत नामक खुर वाले पशु, लोमड़ी, गोकर्ण-दो खुर वाला जानवर, मृग, भैंसा, व्याघ्र, बकरा, तेंदुआ, जंगली कुत्ता, जरख, रीछ-भालू, शार्दूल-सिंह, सिंह-केसरीसिंह, चित्तल-नाखून वाला एक विशिष्ट पशु अथवा हिरण की आकृति वाला पशुविशेष इत्यादि बहुविध चतुष्पद प्राणी हैं, जिनकी पूर्वोक्त पापी हिंसा करते हैं।
6. The above mentioned violent sinful people hunt quadruped beasts and animals. Such beasts are deer of Kurang and ruru type sarabh (ashtapad), chamar (neel cow), saambhar, sheep (medha), shashak (hare), pasaya (a wild beast), goan (ox), rohit (a type of animal such as horse, elephant, donkey), karabh (camel), khadag (rhino, monkey), gavaya (rogh), vrik (wolf), shrigaal (jackal), koal (pig), marjar (cat), kolshunak (big pig), shrikandalak and avart (animal with round hoof), fox, gokaran (beasts with two hoofs), deer, he-buffalo, tiger, he-goat, tendua, wild dog, jarakh, bear, lion, chittal (a special type of beasts having nails-a beast of the shape of a deer, and many other types of quadrupeds.
विवेचन : इन नामों में एक नाम ‘सरभ' प्रयुक्त हुआ है। यह एक विशालकाय वन्य प्राणी होता है। इसे परासर भी कहते हैं। ऐसी प्रसिद्धि है कि सरभ हाथी को भी अपनी पीठ पर उठा लेता है। खड्ग ऐसा प्राणी है, जिसके दोनों पार्श्व भागों में पंखों की तरह चमड़ी होती है और मस्तक के ऊपर एक सींग होता है। (प्रश्नव्याकरण-आचार्य हस्तीमल जी म., पृ. १६)
Elaboration-One of the names mentioned above as Sarabh. It is a wild beast of huge size. It is also called parasar. It is said that this beast is able to carry even an elephant on its back. Khadag is such a beast that has feather like skin on both sides and a horn at its forehead.
(See Prashna Vyakaran by Acharya Hastimal Ji M, pp. 16) श्रु.१, प्रथम अध्ययन : हिंसा आश्रव
(17) Sh.1, First Chapter: Violence Aasrava
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