SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 532
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ धर्मशास्त्रीय ग्रन्यसुची उल्लेख है। बड़ोदा, सं० १२०५२; काल संवत् और्ध्वदेहिकप्रकरण | १६२० । औवं देहिकाधिकारनिर्णय । एकावशीनिर्णय -- कृष्णा नदी पर विराटनगर (वाई) में कठपरिशिष्ट - - परिशेषखण्ड में हेमाद्रि द्वारा उ० । कठसूत्र - - हेमाद्रि द्वारा परिशेषखण्ड एवं संस्कारमयूख में उ० । अष्टपुत्र कुल के नरसिंह-पुत्र हरि द्वारा । एकावशीनिर्णय नीलकण्ठ के पुत्र शंकर द्वारा (सदाचार-संग्रह का एक भाग ) । एकादशीनिर्णयव्याख्या---- आनन्दगिरि के शिष्य अच्युता नन्द द्वारा । एकावशीविवेक -- शूलपाणि द्वारा । दे० प्रक० ९५ । एकादशीव्रतनिर्णय- देवकीनन्दन द्वारा | एकादशीव्रतोद्यापनपद्धति । एकादशीहोमनिर्णय-- ( बड़ोदा, संख्या ८३३२) । एकादशीहोमनिर्णय: राम नवरत्न द्वारा (बडोदा, सं० ८५५६) । एकोद्दिष्टा । एकोद्दिष्टश्राद्धपद्धति । एकोद्दिष्टप्रयोग | एकोद्दिष्टसारिणी-गंगोली संजीवेश्वर के पुत्र रत्नपाणि मिश्र द्वारा | मिथिला के राजा के अनुग्रह के लिए प्रणीत । ऐन्ववमासनिर्णय गणेशदत्त द्वारा । औदीच्यप्रकाश वेणीदत्त द्वारा । औपासनप्रायश्चित - (अनन्तदेव की संस्कारदीधिति से ) | और्ध्वदेहिक कल्पवल्लो -- विश्वनाथ द्वारा । औध्वदेहिक क्रियापद्धति - ज्योतिर्विद् गोबाल के पुत्र विश्वनाथ द्वारा ( शुक्लयजुर्वेद माध्यन्दिनी शाखा के अनुसार । ये गोमतीवालज्ञातीय थे । Jain Education International कण्ठभूषण -- वैदिक सार्वभौम द्वारा । प्रयोगचन्द्रिका में व० । यह गृह्यरत्न की टीका है। कण्व स्मृति गौ० ध० सू०, आचारमयूख एवं श्राद्धमयूख में हरदत्त द्वारा व० । कदलीव्रतोद्यापन | कन्यागततीर्थविधि । कन्यादानपद्धति । कन्याविवाह । कन्यासंस्कार । कर्पादकारिका -- निर्णयसिन्धु एवं संस्कारमयूख (सिद्धे श्वरकृत ) में व० । कपाल मोचनश्राद्ध । कपिलगोदान । कपिलसंहिता - संस्कारमयूख में व० । कपिलस्मृति-- १० अध्यायों में, प्रत्येक में १०० श्लोक, कलियुग में ब्राह्मणों की अवनति, श्राद्ध, शुद्धि, दत्तक पुत्र, विवाह, दान, प्रायश्चित्त पर । कपिलादान । कपिलादानपद्धति | कर्णवेधविधान -- ( प्रयोगपारिजात से ) । कर्मकाण्डपद्धति । १५२५ औध्वदेहिक निर्णय -- वासुदेवाश्रम द्वारा । और्ध्वदेहिकपद्धति-- रामकृष्ण के पुत्र कमलाकर भट्ट कर्मकालप्रकाश-- कृष्णराम द्वारा । द्वारा । दे० प्रक० १०६ । और्ध्वदेहिकपद्धति --- ( या प्रयोग ) यज्ञेश्वर के पुत्र कृष्ण कर्मकौमुदी -- मिश्र विष्णुशर्मा द्वारा । दीक्षित द्वारा ( सामवेद के अनुसार ) । औष्य देहिकपद्धति-- दयाशंकर द्वारा । मोहिकपद्धति -- (या अन्त्येष्टिपद्धति) रामेश्वर के पुत्र नारायण भट्ट द्वारा । कर्मकाण्डसारसमुच्चय-- ( बड़ोदा, सं० ९५०६, संवत् १६१८=१५६१-६२ ई० ) । कर्मकौमुदी -- आवसथिक ब्रह्मदत्त के सुत कृष्णदत्त द्वारा । - कर्म क्रियाकाण्ड – (शैव ) १०७३ ई० में सोमशम्भु द्वारा ; १२०६ में पाण्डु • उतारी गयी । दे० हरप्रसाद शास्त्री ( दरबार लाइब्रेरी, नेपाल), पृ० ९५ । कर्मतत्त्वप्रदीपिका - ( उर्फ लघुपद्धति) रघुनाथात्मज For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002791
Book TitleDharmshastra ka Itihas Part 3
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPandurang V Kane
PublisherHindi Bhavan Lakhnou
Publication Year1973
Total Pages652
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Religion
File Size20 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy