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- ८०] कुवलयमाला
३९ ७ ९) कह-कह वि आउयंते उबट्टो किंचि-मेत्त-कम्म-मलो । पइसइ तिरिक्ख-जोणि मणुओ वा जो इमं कुणइ ॥ तव-भंग-सील-भंग काम-रई-राग-लोह-कूदत्त । कूड-तुल-कूड-माणं कूड टंकं च जो कुणइ ॥ पमु-महिस-दास-पेसा जे य किलिस्संति दुक्ख-तण्हत्ता । पर-लोय-णिरावेक्खा लोयं खाएंति दुस्सीला ॥ एए सब्वे मरिउ अकय-तवा जति तिरिय-जोणिम्मि । तिरियाणुपुचि-रज्जू-कहिजता बइल व्ध ॥ तत्थ तस-थावरत्ते संपुण्णापुण्ण-थूल-सुहुमते । वियलंदिय-पंचंदिय-जोणी-भेए बहु-वियप्पे ॥ जल-जलणाणिल-भूमी-वणस्सई चेय थावरे पंच । विय-तिय-चउ-चदिय-भेए य जंगमे जाण ॥ दुवय-चउप्पय-भेया अपयापय-संकुला चउ-वियप्पा । पसु-पक्खि-सिरीसिव-भभर-महुथराई बहु-वियप्पा ॥ जल-थल-उभय-चरा वि य गयण-चराई य होंति बहु-भेया । णरणाह किंचि सोक्ख इमाण सव्वं पुणो दुक्खं ॥ खोडुण-खणण-विदारण-जलण-तह-द्धमण-बंध-मोडेहिं । अवरोप्पर-सत्थेहि य थावर-जीवाण तं दुक्ख ॥ छिजति वणस्सइणो चंक कुहाडेहि णिय-जणेणं । लुब्बति ओसहीओ जोवण-पत्ता दुहत्ता य ।। छुब्भंति कढयदंते उया जीवा उ बीय-जोणिम्मि । मुसुमूरिजंति तहा अवरे जंत-प्पओगेणं ॥ णिय-समत्थ-दढ-बाहु-दंड-पविद्ध-असि-कुहाडेहिं । णरणाह तरुयरत्ते बहुसो पल्हथिओ रण्णे ॥ खर-पवण-वेय-पविद्ध-गरुय साला-णमंत-भारेण । भग्गो वगम्मि बहुसो कडयड-सई करेमाणो ॥ पजलिय-जलण-जाला-कराल-डझंत-पत्त-पब्भारो। तडतडतडस्स डड्डो णरवइ बहुसो वण-दवेण ॥ कथइ वजासणिणा कथइ उम्मूलिभो जल-रएणं । वण-करि-करेण कथइ भग्गो णरणाह रुक्खत्ते ॥
8.) गंतूणमचाएंतो लोलंतो कठिण-धरणिवट्ठम्मि । कत्थइ टस त्ति खइओ दुइंदियत्तम्मि पक्खीहिं ।। खर-णर-करह-पसूहि य रह-सयड तुरंग-कठिण-पाएहिं । दिदि-विहूणो तेइंदियएसु बहुसो णिसुद्धो हैं । उरग-भुयंगम-कुक्कुड-सिहि-सउण-सएहि असण-कजम्मि । विलवंतो च्चिय खइओ सहसाहुत्तो भय-विसण्णो । खर-दिणयर-कर-संताव-सोसिए तणुय-विरय-जंबाले । मच्छत्तणम्मि बहुसो कायल-सउणेहि खइओ ई॥ बहुसो गलेण विद्वो जाल-परद्धो तरंग-आइ हो । जलयर-सएहि खदो बहो पावेण कम्मेण ॥ मयर-खर-णहर-दाविय-तिक्खग्ग-कराल-दंत-करवते । कत्थइ विसमावत्ते पत्तो णिय-कम्म-संततो॥ कत्थइ अहि ति दटुं मारे-मारेह पाव-पुरिसेहिं । खर-पत्थर-पहरेहि जिहओ अकयावराहो वि॥ कत्थइ सिहीहिँ खइओ कत्थइ णउलेहि खड-खंड-कओ। ओसहि-गद्धाइद्धो बद्धो मंतेहि उरयत्ते ॥ णि?र-वग्घ-चवेडा-फुड-णहर-विदारिओ मओ रणे । महिसत्तणम्भि कत्थइ गुरु-दूसह-भार-दुक्खत्तो ॥ हरि-खर-णहर-विदारिय-कुंभत्थल-संगलंत-रुहिरोहो । पडिओ बणम्मि कत्थइ पक्खि-बलुत्तो सउणएहिं ॥ गुरु-गहिर-पंक-खुत्तो सरवर-मज्झम्मि दिणयर-परद्धो । ताव तहिं चिय सुक्को तावस-थेरो व्व जुण्ण-गओ ॥ कत्थइ वारी-बद्वो बद्वो घण-लोह-संकल-सएहिं । तिक्खंकुस-बेलु-पहार-तजणं विसयिं बहुसो॥ अइभारारोहण-णिसुढियस्स रण्णे बइल्ल-रुवस्स । जीय-सणाहस्स वि कोल्हुएहिँ मासं महं खइयं ॥ कत्थइ विसमावडिओ मुसुमूरिय-संधि-बंधगो दुहिओ । तण्हा-छुहा-किलंतो सुसिऊण मओ अकय-पुण्णो ॥ कत्थइ जंगल-जुत्तो सयड-धुरा-धरण-जूरण-पयत्तो । तोत्तय-पहर-परयो पडिऊण टिओ तहिं चेय ॥ डहर्णकण-बंधण-ताडगा। वह-छेज-णत्थणाई च । पसु-जम्ममुवगएणं परवइ बहुसो वि सहियाई॥
हरिणत्तणम्मि तक्खग चियायई-मय-तगं पमोत्तणं । सावय-सहस्स-पउरे वणम्मि विवलाइयं बहुसो ॥ 3 कत्थइ य जाय-मेत्तो मुद्धत्तणएण जणणि-परिहीणो । दढ-कोडंडायड्डिय-बाणं वाहं समल्लीणो ॥
1) Pाव आउणंते, पइसति, P जोणी, Ji for जो, P कुणए. 2)P कामरती, Pकुटुंतं. 3) J जे किलिस्संति P जोइ किलेसेश, निरापेक्खा, Fखायंति. 4) सिरियागपुब्बिरज्जा. 5) P थावरत्तो ते पुन्नापुन्न. 6) P ते य for चेय, विद, एणं for मेए य. 7) दुप्पय, J अपयापद, P सिरीसवभमराम हुयरबहुविवियप्पा ।. 8) P गयणचरा चेय. 9) P खोण, P वियारणजालणतहधमण. 10) P"स्सहलो कुहाडियाएण लिइय, P लुं अंति, P वि for य. 11) P कढकढेंते उदए जीवा तु बीय. 12) पविद्ध, " सिय for असि. 13) P पविद्ध, Pसाला निमंतभावेण. 14) Pदड्रो. 15) रयेणं, P करकरेण. 16) 'चायतो, P वसत्थि for टस त्ति, विइंदियं तम्मि. 17) P रहसड. 18) P om. भुयंगम, P विवलाश्त्तो खरगो. 19) विअर for विरय, द जंबोले, काइल- 21) P दारिप for दाविय. 23) P ओस हिं गंधाइट्टो, P उपरते. 24) P वियारिओ, P सार for भार. 25) J कर for खर, P चियारिय, P पत्थिपलुत्तो. 26) P गुरुपग'. 27) P कत्थर वीराबंधो, P तिक्कु साबलपहार, P विसहिउँ पयसो. 28) P गयं for महं. 29) असिऊण for सुसिऊण. 30) P नंगलहुजुत्तो, P चेव for चेय. 31) Pतहा for वह. 32) हरितगंमि, J विआयमयतणयं, P मयतणयं, P विवला इओ. 33) Pom. य, P कोयंडा, बाणवाहं.
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