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उजोयणसूरिविरइया
[$ ८०1 गेय.स दिण्ण-कण्णो कत्थइ णिहओ सरेण तिक्खेणं । कत्थइ पलायमाणो भिण्णो सेल्ल-प्पहारेहिं ॥
कत्थइ धावतो च्चिय पडिओ विसमम्मि गिरि-वर-झसम्मि । कत्थइ वण-दव-जालावलीहिँ डडो णिरुच्छाहो ॥ णो णिभएण चिणं तणे पिणो चेय पाणियं पीयं । ण य णिभएण सुत्तं णरणाह मयत्तणम्मि मए । सस-संबर-महिस-पसुत्त गम्मि पुरिसेहि मंस-लोहेणं । मंसं बहुसो खइयं फालेउं अंगमंगाई ॥ सर-सत्ति-सेल-सब्बल-जिदय-णिक्खित्त-सर-पहारेहिं । बहुसो अरण्य-मझे जीएण णिएण वि विमुको । सुय-सारिय-सउणते लावय-तित्तिर-मयूर-समयम्मि । पंजरय-पास-भइयं बहुसो मे बंधणं पत्तं ॥ तण्हा-छुहा-किलतेहि णवर वच्चं पि वैफियं बहुसो । जो उण णिवसइ गब्भे आहारो तस्स तं चेय ॥ कजाकजं बहुसो गम्मागम्मं अयाणमाण । णरवइ भक्खाभक्ख परिहरियं णो भमंतेण ॥ अवि य । दुक्खं जं णारयाणं बनु-विविह-महा-घोर-रूवं महंतं, होज्जातं तारिसं भो तिरिय-गइ-गयाणं पि केसि चि दुक्ख । छेजे बंधे य वाए जर-मरग-महावाहि-सोगुद्दयागं, णिचं संसार-वासे कह-कह वि सुई साह मज्झं जियाण ॥
अंतोमुहुत्त-मेत्तं तिरियत को वि एत्य पायेइ । अण्णो दुह-सय-कलिओ कालमणतं पि वोलेइ ॥ 12 तिरियत्तणाउ मुको कह पि णिच्छुब्भए मणुय-जम्मे । मणुओ व्व होइ मणुओ कम्माइ इमाइ जो कुणइ ॥
६८१) ण य हिंसओ जियाणं ण य विरई कुणइ मोह-मूढ-मगो। पयइ-मिउ-मदवो जो पयइ-विणीओ दयालू य ॥ तणु-कोह-माण-माया जीया विरमति जे कसाएसु । मूढ-तव-णियाणेहि य जे होति य पाव-परिणामा ॥ दट्टण य साहुयणं ण वंदिरे णेय जिंदिरे जे य । रंडा दूभग तह दुक्खिया य बंभं धरेमाणी ॥ सीउण्ह-खुप्पिवासाइएहि अवसस्स णिजराए उ । तिरियाण य मणुयत्तं फेसि पि अकाम-वसयाणं ॥ दारिदेण वि गहिया धणिय-परद्धा तहा सया थद्धा । सणियाण पडिऊणं मरंति जलणे जले वा वि ॥ जे पर-तत्ति-णियत्ता णधि थद्धा गेय दोस-गहण-परा । ण महारंभ-परिग्गहण-डंभया णेय जे चोरा ॥ ण य वंचया ण लुद्धा सुद्धा मुद्धा जगे ण दुस्सीला । मरिऊण होति एए मणुया सुकुले समि य ॥
जे उण करेंति कम्मं णरय-तिरिक्खत्तणस्स जं जोग्गं । पच्छा विरभति तर्हि कुच्छिय-मणुया पुणो होति ॥ 21 मणुयाउगं णिव पुब्धि पच्छा करेंति जे पावं । ते णरय-तिरिक्ख-समा पुरिसा पुरिसत्थ-परिहीणा ॥
णरणाह इमे पुरिसा तिरिया वा एय-कम्म-संजुत्ता । देवाणेरड्या वा मरि मणुयत्तणे जति ॥
जायंति कम्म-भूमीसु अहम भूमीसु के वि जायंति । जारिय-जणम्मि एके मेच्छा अवरे पुणो होति ॥ 24 सक-जवण-सबर-बब्बर-काय-मुरुडोडु-गोंड-कप्पणिया । अरवाग-हण-रोमस-पारस-खस-खासिया चेय ॥
डोंबिलय-लउस-बोकस-भिल्ल-पुलिंदध-कोत्थ-भररूया। कोंचा य दीण-चंचुय-मालव-दविला कुडक्खा य ॥
किक्कय-किराय-हृयमुह-गयमुह-खर-तुरय-मेंढगमुहा य । हयकण्णा गयकण्णा अण्णे य अणारिया बहवे ॥ 27 पावा पयंड-चंडा अणारिया णिग्घिणा जिरासंसा । धम्मो त्ति अक्खराई णवि ते सुविणे वि जाणंति ॥
एए णरिंद भणिया अण्णे वि अणारिया जिणवरेहिं । मंदर-सरिसं दुक्ख इमाण सोक्खं तण-समाण ॥
चंडाल-मिल्ल-डोंबा सोयरिया चेय मच्छ-बंधा य । धम्मत्थ-काम-रहिया सुह-हीणा ते वि मेच्छ व्व ॥ 30६८२) आरिय-कुले वि जाया अंधा बहिरा य होंति लल्लाया । रुला अजंगम चिय पंगुलया चलण-परिहीणा ॥
धणमंतं दट्टणं दूरं दूमेति दुक्खिया जे य । रूविं च मंद-रूवा दुहिया सुहियं च दट्टणं ॥
णरणाह पुरिस-भावं महिला-भावं च के वि वञ्चति । मोहग्गि-सिमिसिमेंता णपुंसयत्तं च पार्वति ॥ 33 दीहाउया य अप्पाउया य आरोग्ग-सोक्ख-भागी य । सुभगा य भगा वि य अवरे अयसाई पावेंति ॥
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1) दिण्णयण्णो, P कत्था धाययमाणो. 2) Pणइ for वर, Pदड़ो. 3) J णिचण for णिभण्ण. 4) मांस लोभेण, P मांसं. 5) J पहारेहि, P मज जीए नीएण. 6) Pसउगतो, पासाई, Jणे for मे,J पत्तो. 7) Pणाम for णवर, P भक्खियं for वंफिय, P जो पुण, P गत्तो for गम्भे. 9) P गमाणं for गयाणं. 10) महाबोहिसोगद्ययाणं. 12) Pतिरियत्तणओ चुको, उ कहिं पि, P पिनच्छुब्भए, P अणुउ for मणुगो, Pom.होइ. 13) J विरई, P न विरई, J पयइम्मि मद्दवो, P निउ for मिउ. 14) J अइ for तणु, J लोहेण कया वि for जीया, I णि णहि. 15) P साहुणयं, ' रंडायरदुब्भगा दु. 16) Pवासाइयाउ अवसरस, वि for य. 17) J K for चि, इदा for थद्धा. 18) J परिन्ग हद भया.. 19) Pसुकुले सुमिद्धे. 20) Pजे पुण. 21) मणु आउज, P पुच्छी पुच्छा करेंति. 23) J अकम्म for अहम. 24)
सय for सक, P खसखोसिया, र वेव. 25) P डोंबय, J बोकस P बोकरस, पुलिंध अंध, " पुलिव्यको भमररूया, Pय वीण, P कुलक्खा . 26) P किरयकराय, P यमुहा गयमुहा, JP तुरया. 27)P दंटा for टा. 28) Pमंदिर. 29)P मेअ for चेय. 30) Jहोति कल्लाय P हो ललाया, I रुलायंरामच्चिय, P कल्ला for रुला- 31) Jदूमेह, रूवं for रूपिं. 32) P मोह पि मिसिमिसंता, वचंति for पावेंति. 33) Pउ for य in the first two places.
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