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मन्दिर संख्या 1 के पीछे (दक्षिण में) स्थित तथाकथित मानस्तम्भ
स्तम्भ संख्या 4
माप सतह से चौकी की ऊँचाई 1 फुट 10 इंच चौकी पर से स्तम्भ की ऊँचाई 9 फुट स्तम्भ की परिधि 4 फुट 7 इंच
विवरण
चौकी पर स्थित इस स्तम्भ के अधोभाग की च दिक् देवकलिकाओं में क्रमशः नाग, नागी, अम्बिका और महाकाली' नामक देवियों का अत्यन्त सुन्दर अंकन है।
इनके ऊपर कीर्तिमुखों से चारों ओर घण्टिकाएँ लटक रही हैं। इसके ऊपर चतुर्दिक् चार देवकुलिकाओं में से दक्षिण में उपाध्याय परमेष्ठी तथा शेष तीन ओर पद्मासन तीर्थंकर मूर्तियाँ अंकित हैं।
मन्दिर संख्या 2, 3 तथा 4 का मध्यवर्ती स्तम्भ
स्तम्भ संख्या 5
माप सतह से चौकी की ऊँचाई 1 फुट 7 इंच चौकी से स्तम्भ की ऊंचाई 8 फुट 8 इंच स्तम्भ-अठपहलू
विवरण
यह स्तम्भ किसी प्राचीन स्मारक का अवशेष है। वर्तमान में इसे मन्दिर संख्या दो, तीन तथा चार के मध्य में मानस्तम्भ के रूप में स्थापित किया गया है।
1. दे.चित्र संख्या 43 में स्तम्भ संख्या चार। 2. आठवीं विद्यादेवी। इस विद्यादेवी के लक्षण तथा विस्तृत विवरण के लिए दे. चतुथ आध्याय की
पाद टिप्पणी। 3. दे.-चित्र संख्या 44।
72 :: देवगढ़ की जैन कला : एक सांस्कृतिक अध्ययन
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