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________________ मन्दिर संख्या 27 माप 23 फुट अधिष्ठान की लम्बाई ( पू. - प. ) अधिष्ठान की चौड़ाई (उ. - द ) अधिष्ठान (समतल ) से छत की ऊँचाई 6 फुट 11 इंच 13 फुट 9 इंच छत से शिखर की ऊँचाई 6 फुट 7 इंच शिखर का आधार (उ. द. ) 6 फुट 8 इंच शिखर का आधार ( पू. प.) 5 फुट 9 इंच शिखर - मेखलाबद्ध विवरण इस पूर्वाभिमुख मन्दिर' का मण्डप स्तम्भों पर आधारित न होकर दीवारों से आवृत है । मण्डप के प्रवेशद्वार के सिरदल पर 22वें तीर्थंकर नेमिनाथ का पद्मासन में और उनके दायें पार्श्वनाथ तथा बायें सुपार्श्वनाथ का कायोत्सर्गासन में अंकन हुआ है । इसके पार्श्व में दायीं ओर एक पंक्ति का अभिलेख भी उत्कीर्ण है। गर्भगृह के द्वार के ऊपर मध्य में कायोत्सर्गासन ऋषभनाथ अंकित हैं । गर्भगृह में अवस्थित दो शिलापट्टों में से एक पर चौबीसी का अंकन है 1 मन्दिर संख्या 28 माप अधिष्ठान की लम्बाई (उ. - द ) 30 फुट 8 इंच अधिष्ठान की चौड़ाई ( पू. - प.) 21 फुट अधिष्ठान की ऊँचाई - समतल मन्दिर की लम्बाई (उ. - द ) 25 फुट 11 इंच मन्दिर की चौड़ाई ( पू. - प.) 16 फुट मण्डप की छत की ऊँचाई 9 फुट 8 इंच गर्भगृह की छत की ऊँचाई 11 फुट 6 इंच अंग - शिखर की 90° के कोण तक ऊँचाई ( गर्भगृह की छत से ) 6 फुट 8 इंच उसके ऊपर बने त्रिकोण की अनुमानित ऊँचाई 5 फुट मुख्य शिखर की अनुमानित ऊँचाई ( गर्भगृह की छत से ) 25 फुट 62 :: देवगढ़ की जैन कला एक सांस्कृतिक अध्ययन Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002774
Book TitleDevgadh ki Jain Kala
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhagchandra Jain Bhaskar
PublisherBharatiya Gyanpith
Publication Year2000
Total Pages376
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Art
File Size10 MB
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