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मन्दिर संख्या 24
माप अधिष्ठान की लम्बाई (उ.-द.) 15 फुट 2 इंच अधिष्ठान की चौड़ाई (पू.-प.) 9 फुट 3 इंच अधिष्ठान की ऊँचाई 2 फुट 5 इंच अधिष्ठान से मण्डप की छत की ऊँचाई 7 फुट 7 इंच अधिष्ठान से गर्भगृह की छत की ऊँचाई 7 फुट 11 इंच गर्भगृह की छत से गुमटी के आधार की ऊँचाई 9 इंच गर्भगृह की छत से शिखर की ऊँचाई 7 फुट 11 इंच गुमटी अठपहलू
विवरण
___ यह दक्षिणाभिमुख मन्दिर अधिष्ठान और उसके ऊपर लगभग दो फुट की ऊँचाई तक ही मूलरूप में अवशिष्ट है। जीर्णोद्धार के समय इसे इसके मूलरूप के अनुरूप ही निर्मित कराया गया है। सर्वप्रथम हम इसके एक साधारण मण्डप में से अलंकृत प्रवेश-द्वार तक पहुँचते हैं, जिसपर गंगा-यमुना तथा अन्य अलंकरणों के साथ तीर्थंकर मूर्तियों का अंकन हुआ है। द्वार के सिरदल पर एक पंक्ति का एक अभिलेख उत्कीर्ण है।
गर्भगृह में पाँच शिलाफलक भित्तियों में चिने हुए हैं। इनमें से दो अभिलिखित हैं। विद्यमान शिलापट्टों में से तीन पर पद्मासन और एक पर कायोत्सर्गासन तीर्थंकर मूर्तियाँ तथा एक पर धरणेन्द्र पद्मावती (यक्ष-यक्षी) का अंकन है।
मन्दिर संख्या 25
माप अधिष्ठान की लम्बाई (पू.-प.) 25 फुट 10 इंच अधिष्ठान की चौड़ाई (उ.-द.) 15 फुट 10 इंच अधिष्ठान की ऊँचाई 1 फुट 1 इंच अधिष्ठान से मण्डप की छत की ऊँचाई 7 फुट 7 इंच अधिष्ठान से गर्भगृह की छत की ऊँचाई 8 फुट 6 इंच गर्भगृह की छत से शिखर की ऊँचाई 5 फुट 5 इंच शिखर में 14 मेखलाएँ (चतुष्कोण)
60 :: देवगढ़ की जैन कला : एक सांस्कृतिक अध्ययन
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