________________
छत से शिखर के आधार की ऊंचाई 10 इंच छत से शिखर की ऊँचाई 6 फुट 4 इंच शिखर की परिधि 14 फुट 4 इंच विवरण
इस दक्षिणाभिमुख मन्दिर' का मण्डप दो स्तम्भों और प्रवेश-द्वार के उष्णीष पर आधारित है। प्रवेश-द्वार साधारण अलंकृत है, सिरदल पर एक पंक्ति का अभिलेख उत्कीर्ण है। दीवारों के बहिर्भाग पर तीनों ओर अलंकृत शिखराकृतियों का अंकन है।
इसके गर्भगृह में विद्यमान तीन शिलापट्टों पर तीन पद्मासन तीर्थंकर उत्कीर्ण
हैं।
मन्दिर संख्या 23
माप मन्दिर की लम्बाई (उ.-द.) 14 फुट 10 इंच मन्दिर की चौड़ाई (पू.-प.) 8 फुट मन्दिर के सामने बढ़ा हुआ अधिष्ठान 6 फुट 10 इंच सतह से अधिष्ठान की ऊँचाई 2 फुट 8 इंच अधिष्ठान से छत की ऊँचाई 6 फुट 3 इंच छत से गुमटी के आधार की ऊँचाई 10 इंच छत से गुमटी की ऊँचाई 5 फुट 3 इंच गुमटी चतुष्कोण विवरण
यह मन्दिर अपने आकार-प्रकार से सहस्रकूट चैत्यालय का आभास देता है। गर्भगृह के सामने अतिरिक्त अधिष्ठान कदाचित् मण्डप का अवशेष है। प्रवेश-द्वार अत्यन्त भव्यता से अलंकृत है। उसके सिरदल पर 22वें तीर्थंकर नेमिनाथ के यक्ष पार्श्व का स्पष्ट अंकन है। गर्भगृह में 1 फुट 6 इंच ऊँची, 1 फुट 7 इंच चौड़ी और 3 फुट 10 इंच लम्बी वेदी पर एक भी मूल मूर्ति स्थापित नहीं है।
गर्भगृह में अवस्थित पाँच शिलापट्टों में से तीन पर कायोत्सर्गासन और एक पर पद्मासन तीर्थंकर तथा एक पर अम्बिका यक्षी अंकित है।
1. दे.--चित्र संख्या 30।
स्मारक:: 59
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org