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मन्दिर संख्या 13
माप
अधिष्ठान की लम्बाई अधिष्ठान की चौड़ाई (उ.
अधिष्ठान - समतल
8 फुट 5 इंच
मण्डप की लम्बाई ( पू. - प. ) 25 फुट 6 इंच मण्डप की चौड़ाई (उ. - द ) गर्भगृह की लम्बाई (उ. - द.) गर्भगृह की चौड़ाई ( पू. - प. ) 6 फुट 2 इंच अधिष्ठान से छत की ऊँचाई 10 फुट
8फुट 5 इंच
विवरण
( पू. - प. )
- द . )
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35 फुट
18 फुट
इस मन्दिर का मण्डप उत्तराभिमुख है, जबकि इसका गर्भगृह पूर्वमुख है। इसके मण्डप में विद्यमान 20 शिलापट्टों पर विभिन्न तीर्थंकरों की कायोत्सर्गासन और पद्मासन मूर्तियाँ अंकित हैं। गर्भगृह में चार वेदियों पर विद्यमान सात शिलापट्टों पर तीर्थंकरों की आठ मूर्तियाँ उत्कीर्ण हैं । इस मन्दिर की अनेक मूर्तियाँ कला और सज्जा की दृष्टि से उल्लेखनीय हैं।
मन्दिर संख्या 14
माप
26 फुट
25 फुट 61⁄2 इंच
अधिष्ठान की लम्बाई ( पू. - प. ) अधिष्ठान की चौड़ाई (उ. - द ) अधिष्ठान की ऊँचाई 8 इंच अधिष्ठान से मण्डप के अधिष्ठान की ऊँचाई 91⁄2 इंच अधिष्ठान से मण्डप की छत की ऊँचाई 8 फुट 5 इंच अधिष्ठान से गर्भगृह की छत की ऊँचाई 10 फुट 1 इंच
विवरण
आठ चतुष्कोण स्तम्भों पर आधारित मण्डप में से इस मन्दिर के गर्भगृह में प्रवेश करते ही सहसा यह विश्वास नहीं होता कि यह भवन मूलरूप में मन्दिर रहा होगा। प्रथम तो इसमें बहुत अधिक परिवर्तन और परिवर्धन किया गया है, दूसरे इसमें एक मन्दिर की अपेक्षा निवासस्थान के लक्षण अधिक प्रतीत होते हैं I
वर्तमान में गर्भगृह को 5 फुट 10 इंच ऊँचे शिलाफलकों की दीवार खड़ी कर
52 :: देवगढ़ की जैन कला एक सांस्कृतिक अध्ययन
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