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पंचमो उद्देसो
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महसुसुराहिवई सुरवरपरिवारिओ' महासत्तो । पुष्पकविमाणरूढो गयहत्थो सो समोइण्णो ॥ १०२ सदरविमाणाहिवई मंगलणिवहेहि तूरसहेहि । परहुअविमाणरूढो तोमरहत्थो समोइण्णो ॥ १०३ गरुडविमाणारूदो णाणाभरणेहिं भूसियसरीरो । हलमुसलभूसियकरो सहसारिंदो समोइण्णो ॥ १०४ संखेर्दुकुंदवण्णो सियचामरविनमाण बहुमाणो । सियकुसुममालहत्थो आणदहंदो समोइण्णो ॥ १०५ पाणददो वि तहा कमलविमाणम्मि तत्थ चडिऊगं । वरकमलमालहत्थो हरिसाउण्णो समोइष्णो ॥ १०६ लिणविमाणारूढो' णव चंपयविमलमालकयहस्थो । पजलंत महामउडो आरणइंदो अणुष्पत्तो ॥ १०७ कुमुदविमाणारूढो कडयंगदमउहँकुंडलाहरणो । मुत्तादामकरग्गो अच्चुदइंदो अणुप्पत्तो ॥ १०८ अवसेसा वि य देवा सगसगजंपाणवाहणारूढा । णाणापहरणहत्था सगसगसो भाहिं' संपत्ता ॥ १०९ भवणवइवाणविंतरजोइसिया कुंडलंकियागंडा । णाणावाहणरूढा असुरिंदाई अणुप्पत्ता ॥ ११० धुव्वंतचारुचामरवणंत महंततूरणिग्वोसा । सेदादवत्तचिण्हा असुरिंदा आगदा बहना ॥ १११
महा बलवान् वह महाशुक्र इन्द्र हाथमें गदाको लिये हुए पुष्पक विमानपर आरूढ़ होकर आता है ॥ १०२ ॥ परभृत ( कोयल ) विमानपर आरूढ़ शतार विमानका अधिपति मंगलमय वादिशब्दों के साथ हाथमें तोमर ( बाणविशेष ) लेकर आता है ॥ १०३ ॥ गरुड़ विमानपर आरूढ़ और नाना भूषणोंसे भूषित शरीरवाला सहस्रार इन्द्र हाथमें हल और मूसलको लेकर आता है ॥ १०४ ॥ शंख, चन्द्र एवं कुंद पुष्पके समान वर्णवाला, धवल चामरोंसे वीज्यमान और अतिशय आदरसे युक्त आनत इन्द्र हाथमें धवल कुसुमोंकी मालाको लेकर आता है ॥ १०५ ॥ हर्ष से परिपूर्ण प्राणत इन्द्र भी हाथमें उत्तम कमलोंकी मालाको लिए हुए कमल विमानपर आरूढ़ होकर आता है ॥ १०६ ॥ नलिन विमानपर आरूढ़ और देदीप्यमान महामुकुटसे संयुक्त आरण इन्द्र हाथमें नवचम्पककी निर्मल मालाको लेकर आता है ।। १०७ ॥ कुमुद विमानपर आरूढ़ और कटक, अंगद, मुकुट एवं कुण्डल रूप आभरणोंसे भूषित अच्युत इन्द्र हाथमें मुक्ताओंकी मालाको लेकर आता है ॥ १०८ ॥ अपने अपने जम्पान वाहनोंपर आरूढ़ शेष देव भी नाना आयुधोंको हाथमें लेकर अपनी अपनी शोभाओंके साथ आते हैं ॥१०९ ॥ कुण्डलोंसे अलंकृत कपोलोंवाले भवनपति, वानव्यन्तर और ज्योतिषी असुरेन्द्र आदि नाना वाहनों पर आरूढ़ होकर आते हैं ॥ ११० ॥ दुरते हुए सुन्दर चामरोंसे और बजते हुए महा वादित्रोंके निर्घोषसे सहित तथा धवल आतपत्र रूप चिह्नसे संयुक्त बहुतसे असुरेन्द्र आते हैं । ॥ १११ ॥
१ प ब सुरकरवारिउ. २ उ सरिकंदु, व संखेहु, श दरिकंदु. ३ प ब हत्थो हरिसाउणो समोइण्णो. ४ प ब पाणइंदो. ५ उ श हरिसाऊगो, प ब आणदइंदो. ६ उ प ब श 'विमानरूटो. ७ उ श मडड. ८ प ब सोसाहि.
जं. दी. १३.
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