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तृतीय अध्याय प्रबंधो का भावपक्ष
(अ) वैदिक और श्रमण परम्परा
(ब) प्रबंधों में जैनदर्शन
(क) प्रबंधो में राष्ट्रीय भावना
(ड)
(इ)
(ई)
( उ )
(ऊ)
महावीरकालीन युगीन परिस्थितियाँ
प्रबंधो में नारी भावना
प्रबंधो में प्रकृति-चित्रण
प्रबंधो में रस- दर्शन
अतिशय
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