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________________ ४५-४७ ] चतुर्दश सर्गः बनश्रियाः समुचितपुष्पायाः सम्पकितया सभ्यनिकायाः । युक्तमेव संस्नातुमिदानीमापुर्जलनुविभवालोम् ॥४५॥ टीका-अथेदानी सभ्यानां निकायाः समूहास्ते समुचितं पुष्पं फलकारणं मासिकरजो वा यस्यास्तस्या वनश्रिया वनस्य शोभायाः स्त्रिया वा संपकितया समागमभावेन हेतुना संस्नातु स्नानं कतु जलनुतेः सरितो विभवाली विभवस्य सीमानमापुः प्राप्नुवन्तस्तयुक्तमेव ॥४५॥ उपमधुवनमंद्रिराजकं च स्फुटमनुरागितयेव समचन् । सुखमुपलभमान एष लोकः सम्बभूव शिवैकेलिसदोकः ॥४६।। टीका-एष लोकोऽनुरागितया प्रेम्णा, उपमधु वसन्ततुसहितं तयाब्रिभि नावृक्ष राजकं शोभितं स्फुटमिव स्पष्टं यथा स्यात्तथा समञ्चन् सेवमानोऽतः सुखमुपलभमानोऽसाधुना शिवस्य जलस्य या केलिः क्रीडा तस्या अपि सदोकः स्थानं सम्बभूव, जलकेलिकरणायोद्यतोऽभूत् । पक्षे मधुवने विराजमानमविराजकं सम्मेवाचलमाराधयन्नेहिकसुखप्राप्तिपूर्वकं शिवकेलिसदोकोऽपि परम्परयेति सूचितमतः समासोक्तिरलंकारः ॥४६॥ रसप्रसन्नास्तरुणाक्रान्ता वलिभिर्मनोजमध्या कान्ता । समाप पाथोजमुखी सरितां वयःप्रतीता तुलनाकलिता ॥४७॥ अर्थ-तदनन्तर इस समय सभ्य मनुष्योंके समूह समुचित पुष्प-फूलोंसे सहित (पक्षमें रजोधर्मसे युक्त) वनश्री-वनकी लक्ष्मी (पक्षमें स्त्री) के सम्पर्कसमागम होनेके कारण अच्छी तरह स्नान करनेके लिये नदी तटको ओर गये यह उचित ही था ॥४५॥ __ अर्थ-यह जन समूह वसन्त ऋतुसे सहित तथा नानावृक्षोंसे सुशोभित वनका स्पष्ट रूपसे सेवन कर-स्वेच्छापूर्वक वन विहार कर सुखको प्राप्त हुआ। पश्चात् जल क्रीड़ाका भी उत्तम स्थान हुआ-वन क्रीड़ाके अनन्तर जल क्रीड़ाके लिये उद्यत हुआ। यहाँ श्लिष्ट शब्द विन्याससे यह अर्थ भी ध्वनित होता है-यह जनसमूह मधुवनके समीप विद्यमान पर्वतराज सम्मेदाचलकी अच्छी तरह आराधना करता हुआ ऐहिक सुखको प्राप्त हुआ और परम्परासे शिवकेलि-मोक्षसुखका भी पात्र हुआ । समासोक्ति अलंकार है ॥४६॥ १. 'अद्रिः शैले द्रुमे सूर्ये' इति विश्वलोचनः । २. 'शिवं मोक्षे सुखे जले' इति विश्वलोचनः । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002757
Book TitleJayodaya Mahakavya Uttararnsh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhuramal Shastri
PublisherDigambar Jain Samiti evam Sakal Digambar Jain Samaj
Publication Year1994
Total Pages690
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size15 MB
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