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________________ ११२८ जयोदय-महाकाव्यम् [१११-११३ कामस्य मार्गणेषु शरेषु पुष्पेषु परागस्यापचय संग्रहस्तस्यापदेशाद् रजोऽशच्छलात् तस्य देवस्याङ्गे यद् भस्म तदेव लग्नं समस्तीत्यपह्न तिः ॥११०॥ मुहर्मद्भङ्गिभिरङ्ग यत्र भ्रश्यद्रजाः श्रीस्थलपद्म आस्ते । समुद्वमन् सन् हुतभक्कणान् सशागोपलः स्मारशिलीमुखानाम् ॥१११॥ मुहुरित्यादि--हे अङ्ग ! यत्र मरुतो वायोङ्गिभिः झम्पनाभिर्मुहुभ्रंश्यद्रजा निरन्तरं निपततद्रेणुपरागः स श्रीस्थलपद्मः स हुतभुजो वह्नः कणान् समुद्वमन् सन् स्मारशिलीमुखानां स्मरसम्बन्धिबाणानां शाणोपल उत्त जकपाषाण आस्ते। अपन.तिरलंकारः ॥११॥ चाम्पेयपुष्पं परमप्रसन्नमन्तनिलोनालिकुलं विभाति । आरोपितं साशुगसंचयं च तूणीरमेतद्रतिनायकस्य ॥११२॥ चाम्पेयपुष्पमित्यादि--यत्र यच्चाम्पेयं चम्पासम्बन्धि पुष्पं परमप्रसन्नं विकासमाप्तं यच्चान्तनिलीनालिकुलमङ्कस्थितभ्रमरसमूहं तत्किलैतद्रतिनायकस्य कामस्यारोपित. मङ्गीकृतं साशुगसंचयमाशुगानां बाणानां संचयेन सहितं तूणीरमिव विभाति शोभते । उपमालंकार ॥११२॥ सुसज्जगुञ्जा परितो भ्रमन्ती रजस्तटे षट्पदधोरिणीति । अयोमयीयं खल शङ्कला स्यादिघ्माधिपस्याध्वगबन्धनाय ।।११३।। सुसज्जगुजेत्यादि-सुसज्जा स्पष्टरूपा गुजा गुञ्जनं ध्वनिर्यस्या: सा षट्पदानां भ्रमराणां धोरिणी पंक्तिस्सा रजसः पुष्पेभ्यो निपतितस्य तटे प्रान्ते परित इतस्त तो अपने पुष्परूपी बाण छोड़े थे, उनमें पराग संग्रहके छलसे उनके शरीरकी भस्म ही संलग्न है। भावार्थ-फूलोंमें जो पुष्परजके अंश दिखायी देते हैं, वे पुष्परजके अंश नहीं है किन्तु महादेवके शरीरको भस्म हैं ।।११०॥ ___ अर्थ-वायुको झम्पनाओं-झोखोंके कारण जिससे बार-बार पराग गिर रही है, ऐसा शोभायमान गुलाब वहाँ अग्नि-कणोंको उगलने वाला कामदेवके बाणोंको तोक्षण करनेका शाणोपल-मसांण ही है ।।११।। अर्थ-जिसके भीतर भ्रमरोंका समूह छिपा हुआ है, ऐसा यह खिला हुआ गुलाब बाणसमूहसे सहित कामदेवके तरकशके समान जान पड़ता है ।।११२॥ अर्थ--परागके समीप गुञ्जन ध्वनिके साथ चारों ओर भ्रमण करती हुई Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002757
Book TitleJayodaya Mahakavya Uttararnsh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhuramal Shastri
PublisherDigambar Jain Samiti evam Sakal Digambar Jain Samaj
Publication Year1994
Total Pages690
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size15 MB
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