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________________ ८५२ जयोदय-महाकाव्यम् [ ४८-४९ भावं कौपीनस्य वस्त्रचिल्लिकाया भावमयते शेषवस्त्रादिपरिग्रहं परित्यजति ॥ ४७ ॥ किञ्चित्पठत्यतिशयेन तु वायसादि र्भार्याधुना दिनकृताधिकृतान्ववादि । घूकोऽव्रजच्च विपिने कुमुदस्य शं वा S धीशाभिभाति मुनिवन्मुखमुद्रणं वा ॥४८॥ किञ्चिदित्यादि - हे अधीश ! हे स्वामिन् । अधुना वायसादिः काकाविपक्षिसमूहः, अतिशयेन दीर्घस्वरेण नितरां वा किञ्चित्किमपि शास्त्रमित्यर्थः, पठत्यधीते । एतेनाध्ययनशीलो ब्रह्मचर्याश्रमः सूचितः । दिनकृता सूर्येण आर्या श्र ेष्ठा भा दीप्तिरधिकृता स्वीकृताथ भार्या स्त्री अधिकृत परिणीता । एतेन गृहस्थाश्रमोऽन्ववादि निरूपितः । घूको मूर्खोपमान उलूक इति यावद् विपिनमरण्यमव्रजत् जगाम । एतेन वानप्रस्थाश्रमो निवेदितः । कुमुदस्य रात्रिविकासिकमलस्य शं शान्तिर्मुखमुद्रणं वा निमीलनं वा मुनिवत्संन्यासिवदभिभाति शोभते । एतेन संन्यासाश्रमो वणितः ॥ ४८ ॥ आमन्त्रणार्थमिति चन्द्रमसो रसेन शङ्खोsent ध्वनति सोदरतावशेन । औदास्यतो जगदतीत्य विचित्रवस्तु हायमानमिव निर्व्रजतोऽन्ततस्तु ॥ ४९ ॥ आमन्त्रणेत्यादि - असकौ शङ्खः, विचित्रवस्तुगेहं 'अजायबघर' इति देशभाषायाम्' तदिवाचरतीति विचित्रवस्तु गेहायमानं जगदिदमतीत्य परित्यज्योदास्यत उदासस्य भाव छोड़कर कौपीन भाव - लंगोटीके अस्तित्वको प्राप्त हो रहा है) । इस तरह इस प्रातर्वेला में यहाँ ऋषि, ब्रह्मचारी, गृहस्थ और वानप्रस्थ, ये चारों आश्रम अनुभवमें आ रहे हैं || ४७ ॥ Jain Education International अर्थ - हे अधीश्वर ! इस समय काक आदि पक्षी अत्यधिक रूपसे कुछ पढ़ रहे हैं। सूर्यने आर्या-श्रेष्ठ भा दीप्तिको प्राप्त कर लिया अथवा सूर्यने भार्या - पत्नीको प्राप्त कर लिया है । उलूक वनमें चला गया है और कुमुदकी शान्ति तथा मुख मुद्रण- निमीलन मुनिके समान सुशोभित हो रहा है । तात्पर्य यह है कि इस समय ब्रह्मचर्यादि चारों आश्रम प्रकट हो रहे हैं ।। ४८ ।। अर्थ - यह शंख, अजायबघरके समान आचरण करने वाले इस जगत्को उदासीनतासे छोड़कर कहीं अन्यत्र जाने वाले चन्द्रमाको बुलाने अथवा For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002757
Book TitleJayodaya Mahakavya Uttararnsh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhuramal Shastri
PublisherDigambar Jain Samiti evam Sakal Digambar Jain Samaj
Publication Year1994
Total Pages690
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size15 MB
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