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15, 17 नवम्बर 2006
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जिनवाणी
छविच्छए- अंगोपांग को छेदा हो ।
अइभारे- अधिक भार भरा हो।
भत्तपाण विच्छेद- भोजन पानी में रुकावट की हो।
सहसभक्खाणे - बिना विचारे किसी पर झूठा दोष देना ।
रहसभक्खाणे - गुप्त बात प्रकट करना ।
सदारमंतभेए- अपनी स्त्री (या पुरुष) की गुप्त बात प्रकट करना ।
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९. मोसोवसे- झूठा उपदेश देना ।
१०. कूडलेहकरणे - झूठा लेख लिखना
११. तेनाहडे - चोर की चुराई वस्तु ली हो।
१२. तक्करप्पओगे - चोर को सहायता दी हो।
१३. विरुद्धरज्जाइक्कमे - राज्य के विरुद्ध काम किया हो । १४. कूडतुल्लकूडमाणे- खोटा तोल, खोटा माप किया हो। १५. तप्पडिरूवगववहारे- वस्तु में भेल-संभेल (मिलावट) की हो।
१६. इत्तरियपरिग्गहियागमणे- अल्पवय वाली परिगृहीता के साथ गमन करना । अल्प समय के लिए रखी
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हुई के साथ गमन करना ।
१७. अपरिग्गहियागमणे- परस्त्री या सगाई की हुई के साथ गमन करना ।
१८. अनंगकीड़ा - काम सेवन योग्य अंगों के सिवाय अन्य अंगों से कुचेष्टा करना ।
१९. परविवाहकरणे- दूसरों का विवाह करवाना।
२०. कामभोग तिव्वाभिलासे - काम-भोगों की प्रबल इच्छा करना ।
२१. खेतवत्थुप्पमाणाइक्कमे - खुली भूमि (खेत आदि) और घर-दुकान आदि के परिमाण का अतिक्रमण
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करना ।
२२. हिरण्ण सुवण्णप्पमाणाइक्कमे - चाँदी सोने के परिमाण का अतिक्रमण करना ।
२३. धन-धान्यप्पमाणाइक्कमे रोकड़, धान्य- अनाज आदि के परिमाण का अतिक्रमण करना।
२४. दुप्पय चउप्पयप्पमाणाइक्कमे नौकर, पशु आदि के परिमाण का अतिक्रमण करना ।
२५. कुवियप्पमाणाइक्कमे - घर की सारी सामग्री- बर्तन, फर्नीचर आदि की मर्यादा का उल्लंघन किया हो।
२६. उड्ढदिसिप्पमाणाइक्कमे ऊँची दिशा का परिमाण उल्लंघन किया हो।
२७. अहोदिसिप्पमाणाइक्कमे - नीची दिशा का परिमाण उल्लंघन किया हो । २८. तिरियदिसिप्पमाणाइक्कमे - तिरछी दिशा का परिमाण उल्लंघन किया हो ।
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