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ओसोवितस्स -(अवसुप्तस्य )
सोता हुआ । ओहतमण -- (अवहतमनः
संकल्पः) जिसके मन का संकल्प टूट गया है |
कइया - (क्रयिकाः) खरीद ___ करनेवाले । कओ-(कुतः) कहां से । कटु ---- ( कृत्वा) करके | कडयेसु-(कटकेषु) पर्वत
के किनारों में । कप्पडिय - (कार्पटिकः )
भिक्षुक । कयवर-(कचवर) कूडा, मैला,
कचरा। करंसुपाएहि -( कृताश्रुपातैः)
आंसुओं के साथ । करगा - (करमाः) जल भरने
का पात्र। करणसालं - (करणशालाम् )
कचहरी में अदालत में । करणे -(करणे) न्यायालय
कचहरी में ।
करयलपरिमिय° - ( करतल
परिमित - त्रिवलिकमभ्या) जिसका कटीभाग मुष्टिग्राह्य
और त्रिवलीयुक्त है ऐसी
स्त्री। करिसेण - (करीषेण) कंडेसे । कलहदलियं—(कलहदलिकाम् )
कलह का कण । कसघायसए-(कपघातशतानि)
चाबुक के सौ प्रहार । कसप्पहारे - (कशप्रहारः)
चाबुक से ताडन । कहाविसेसेण -(कथाविशेषण)
विशेष प्रकार की बातचीत
करते हुए। कहियं - (कुत्र) कहाँ । कंडितियं -(खण्डयन्तिकाम् ) .
खांडनेवाली । कंपिलपुरे- देखो टि. ४३ । कंसदूस० ---- ( कांस्य-दूज्य
विपुलधन-सत्सार- स्वापतेयस्य) कांसा, कपडे, विपुल धन, सारवाला - कीमती द्रव्य (गहने वगेरे)।
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