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पाण्डवपुराणम्
वित्तप्ररूपकं किं स्यात्पदं संग्रामतः खलु । कः स्यात्संग्रामशूराणां कः स्यादर्जुनपाण्डवः।।
धनं, जयः, धनंजयः । पानार्थेऽपि च को धातू रक्षणार्थेऽपि को मतः । कः सामान्यपदाभ्यासी कृशानुः कोऽभिधीयते आद्याक्षरं विना पक्षी कः को मध्याक्षरं विना । भुक्त्यः कोऽन्त्यमुन्मुच्य संबुद्धिः पानरक्षणे ।।१६१
पा, अव, कः, पावकः, बकः, पाकः, पाव ॥ वसुसंख्या तु काप्त्यर्थधातुरूपं च किं लिटि । किं कलत्रं सुवर्ण किं कैलासं च वदाशु भोः ।। अष्ट, आप, टाप, अष्टापदं, अष्टापदः । किं निश्चयपदं लोके कस्तिरश्चां लघुर्वेद | शुभः को मोक्षसिद्धयर्थं को भवेत्सर्वदाहकः ॥ १६३ वै, श्वा, नरः, वैश्वानरः ।
कृपारहित भाषाको ' अदया ' भाषा कहते हैं । भुजका वाचक शब्द ' कर ' है । और समुच्चय उत्तर, जो शम - कषायोंका उपशम और दयाको धारण करता है वह श्रष्ठे लोगों से सेवनीय होता है ॥ १५८ ॥ प्रश्न- वित्तका वाचक शब्द कौनसा है ? युद्धसे वीरोंको किसकी प्राप्ति होती है ? अर्जुन पाण्डवा वाचक कौनसा शब्द है ? माताने इस प्रकारसे उत्तर दिया । द्रव्यका वाचक शब्द ' धन ' है । युद्धवीरको युद्ध से 'जय' मिलता है और अर्जुन पाण्डवका नाम ' धनंजय' है- धनं, जयः, धनंजयः । ॥ १५९ ॥ प्रश्न-पान करना इस अर्थ में और रक्षण करना इस अर्थ में किस धातुका प्रयोग होता है ? सामान्य पदका अभ्यास करनेवाला कौन है ? और अग्नि किसे कहते हैं ? माताने उत्तर दिये-पान करना इस अर्थ में 'पा' धातु है, रक्षण करना इस अर्थ में ' अब ' धातु है । सामान्यवाचक शब्द ' कः यह है और अनिका वाचक शब्द ' पावक ' है । समुच्चय उत्तर पा, अव, कः, पावकः ॥ १६० ॥ प्रश्न - पहिले अक्षरके विना पक्षीका वाचक शब्द कौनसा ? मध्य अक्षरके विना भोजन करने लायक कौन है ? और पान करना तथा रक्षण करना इनमें संबोधन कौनसा है ? माताने उत्तर दिया-पावकः शब्द में पहिला अक्षर छोड देनेसे ' वकः ' शब्द अवशिष्ट रहता है उसका अर्थ ' बक' पक्षी होता है । मध्याक्षर वर्ज्य करनेसे पाक शब्द रह जाता है उसका अर्थ पका हुआ अन्न होता है । पान करना और रक्षण करना इसका संबोधन 'पाव' ऐसे होता है, मिलकर उत्तर - बकः, पाकः, पावः ।। १६१ ॥ प्रश्न-वसुकी वाचक संख्या कौनसी ? भूतकालवाचक आप्त्यर्थपद - प्राप्तिका वाचक शब्द कौनसा ? स्त्रीलिंगका बोधक शब्द कौनसा, सुवर्ण और कैलासके वाचक शब्द कौनसे हैं ? माताने उत्तर दिया- वसुकी वाच्य संख्या 'अष्ट' है । प्राप्तिवाचक धातुका परोक्षामें रूप ' आप ' होता है । स्त्रीलिंग वाचक ‘टाप्’प्रत्यय होता है और सुवर्णका - सोनेका तथा कैलासका वाचक शब्द 'अष्टापद ' है ॥ १६२ ॥ प्रश्न - जगतमें निश्चयवाचकशब्द कौनसा ? पशुओंमें हलका प्राणी कौनसा : मोक्षसिद्धिके
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