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एकादशं पर्व
२२९
पुष्पावगुण्ठिता का स्यात्का शरीरपिधायिका । का देहदाहिका देवि वदाद्याक्षरतः पृथक् ॥
स्रक्, त्वक्, रुक् । कः संसारासुखच्छेदी कोsपादो भ्राम्यति स्वयम् । को दत्ते जनतातोषं पठाद्याक्षरतः पृथक् ।। जिनः, स्वनः, घनः । आद्यन्तरहितः कोऽत्र कः कीलालसमन्वितः । वक्त्रादुत्पद्यते कोऽत्र कथयाद्याक्षरैः पृथक् ॥ संसारः, कासारः, व्याहारः । नरार्थवाचकः कोऽत्र कः सामान्यप्ररूपकः । का व्रते प्रथमा ख्याता कीदृशी त्वं भविष्यसि ॥ ना, को, दया । नाकोदया। सुखप्ररूपकं किं स्यात्का भाषा च कृपातिगा । भुजप्ररूपकः कः स्यात्कः सेव्यो जनसत्तमैः ।। शम्, अदया, करः, शमदयाकरः ।
होती है ? शरीरको अच्छादित कौन करती है ? और देहमें दाह कौन उत्पन्न करता है ? आद्य अक्षरसे पृथक् अक्षर जोडकर इन प्रश्नोंका उत्तर दे । तब माताने इस प्रकारका उत्तर दिया - हे दिक्कुमारि स्क्— माला पुष्पोंसे गुँथी जाती है । त्वक् चर्म शरीरको आच्छादित करता है । और रुक्-रोग शरीरमें दाह उत्पन्न करता है । समुच्चयसे उत्तर - स्रक्, त्वक्, रुक् ॥ १५४ ॥ हे जिनमाता, संसारदुःखका छेद कौन करता है। पैर नहीं होनेपर भी स्वयं कौन भ्रमण करता है ? और लोगोंको कौन आनंदित करता है ? इन प्रश्नोंका उत्तर आद्य अक्षरसे भिन्न शब्दों में हम चाहती हैं । माताके उत्तर- संसारदुःखका च्छेद जिन करते हैं। स्वन - शब्द वह बिना पादोंके भ्रमण करता है । और घन - मेघ वह जलवृष्टिसे लोगोंको आनंदित करता है । जिन, स्वन और घन ये उत्तर हैं ॥ १५५ ॥ प्रश्न- इस जगतमें आदि और अन्तरहित कौनसी वस्तु है ? पानीसे भरा हुआ कौन है ? मुखसे कौन उत्पन्न होता है ? इनके उत्तर आद्याक्षरसे भिन्न शब्दोंमे हमें चाहिये । उत्तर-संसार संसारका आदि और अन्त नहीं होता है । कासार - तालाब पानीसे भरा हुआ है और व्याहार - शब्द मुखसे उत्पन्न होता है । (समुच्चयसे उत्तर-संसार, कासार- और व्याहार ) ॥ १५६ ॥ प्रश्न - हे जिनमाता, मनुष्यवाचक शब्द कौनसा ? सामान्यको कहनेवाला शब्द कौन है ? व्रतोंमें प्रथम स्थान किसने पा लिया है? और आप कैसी होगी। उत्तर - मनुष्यार्थवाचक शब्द 'ना' है । सामान्यवाचक शब्द 'को' है और व्रतोंमे प्रथम स्थान 'दया' ने पा लिया है। तथा ' नाकोदया' स्वर्गसे आये हुए पुत्रसे मेरा उदय होनेवाला है । अर्थात् स्वर्गसे मेरे गर्भ में आये हुए पुत्रसे मेरी उन्नति होनेवाली है ॥ १५७ ॥ प्रश्न- हे माता सुखका वाचक शब्द कौनसा है ? कृपाको छोडनेवाली दमासे रहित ऐसी भाषा कोनसी ? भुजका निरूपण करनेवाला शब्द कौनसा है और लोगोंमें श्रेष्ठ ऐसे पुरुषोंसे कौन सेवा करने योग्य है ? मानाने इनके इस प्रकारसे उत्तर दिये- 'शम्' शब्द सुखवाचक है,
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