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अभ्यास-52
मात्रिक छन्द- 1. कुसुमविलासिका
3. चारुपद 5. अडिल्ल (अलिल्लह) 7. रयडा
9. मत्तमातंग 11. चउपही (चतुष्पदी) 13. सारीय 15. मंजरी
2. अमरपुरसुन्दरी 4. गंधोदकधारा 6. उप्पहासिनी 8. विलासिनी 10. निध्यायिका 12. मदनावतार 14. शशितिलक 16. रासाकुलक 18. हेलाद्विपदी 20. दुवई 22. लताकुसुम
17. शालभंजिका 19. कामलेखा
21. प्रारणाल
23. तोमर
वणिक-24. मालती
26. तोट्टक 28. वसन्तचत्वर
25. दोधक 27. मौक्तिकदाम 29. पंचचामर
मात्रिक छन्द 1. कुसुमविलासिका छन्द
लक्षण- इसमें दो पद होते हैं (द्विपदी)। प्रत्येक चरण में पाठ मात्राएं होती हैं । प्रारम्भ में नगण (1।।) और अन्त में लघु (।) व गुरु (5) होता है ।
अपभ्रंश अप्यास सौरभ ]
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