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अर्थ- सीता राम के साथ जाने के लिए अपने भवन से क्या निकली मानो हिमवंत से गंगा नदी ही निकली हो ।
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ससुरासुरक यजम्मा हिसेउ, संसारसमुद्द्त्तारसेउ ।
- जंबूसामिचरिउ 1.1,4
अर्थ - देवताओं सहित असुरों द्वारा जिनका जन्माभिषेक किया गया और जो ससाररूपी समुद्र से पार उतारने के लिए सेतुरूप हैं ।
10. सो जयउ जस्स जम्माहिसेयपय-पूरपंडुरिज्जतो ।
जणिय हिमसिहरिको कणयगिरी राइनो तइया ॥
- जंबूसा मिचरिउ 1. मंगलाचरण 3-4 अर्थ- उन (महावीर भगवान ) की जय हो जिनके जन्माभिषेक निमित्तक जल के पूर से पांडुवर्ण होता हुआ कनकाचल (सुवर्णगिरी मेरु ) हिमगिरी की शंका उत्पन्न करता हुआ शोभायमान हुआ ।
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[ अपभ्रंश अभ्यास सौरभ
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