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साहित्य में अकादमी की डिप्लोमा परीक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात् कई वर्षों से श्री महावीरजी में लगनेवाली प्राकृत-अपभ्रंश की सम्पर्क कक्षाओं में पाण्डुलिपिविज्ञान पढ़ाने का कार्य करने में संलग्न हैं । विद्यार्थियों व अन्य पाठकों के लिए यह सुगम पुस्तक लिखकर डॉ. शर्मा ने एक बहुत बड़े अभाव की पूर्ति की है। इसके लिए अकादमी डॉ. शर्मा की आभारी है।
'सामान्य पाण्डुलिपिविज्ञान' पुस्तक के प्रकाशन में सहयोगी अपभ्रंश साहित्य अकादमी के कार्यकर्ता एवं जयपुर प्रिन्टर्स प्राइवेट लिमिटेड, जयपुर धन्यवादाह हैं।
डॉ. कमलचन्द सोगाणी
संयोजक जैनविद्या संस्थान समिति
नरेशकुमार सेठी नरेन्द्र पाटनी अध्यक्ष
मंत्री प्रबन्धकारिणी कमेटी दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र श्री महावीरजी तीर्थंकर महावीर जयन्ती
चैत्र शुक्ल 13, वीर निर्वाण सं. 2529 15.4.2003
( iv )
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