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1. डिप्लोमैटिक्स : 'डिप्लोमैटिक्स' शब्द का निर्माण ग्रीक भाषा के 'डिप्लोमा' शब्द से हुआ है। डिप्लोमा शब्द का यूनानी (ग्रीक) भाषा में अर्थ होता है - 'मुड़ा हुआ कागज'। ऐसा कागज प्राय: सरकारी काम-काज में पत्रों, चार्टरों आदि को तैयार करने में काम आता था। धीरे-धीरे यह शब्द अर्थ-विस्तार पाकर पट्टे, परवाने, अनुज्ञा या डिग्री के कागज के अर्थ से जुड़ गया। इसी डिप्लोमा शब्द से बाद में डिप्लोमैटिक्स शब्द बना जो विज्ञान के रूप में ग्रहण कर लिया गया।
'डिप्लोमैटिक्स' के अन्तर्गत ऐतिहासिक पट्टे-परवाने (Documents), प्रमाणपत्र (Diploma), चारटर, बुलों के लेख आदि को उद्घाटित करना आता है। इस प्रकार इस विज्ञान का संबंध पेलियोग्राफी से भी है।
डॉ. सत्येन्द्र के अनुसार, "डिप्लोमेटिक्स विज्ञान इतिहास के उन स्रोतों का आलोचनात्मक अध्ययन करता है, जिनका संबंध अभिलेखों (Archive Documents) से होता है । इन अभिलेखों में चारटर, मैनडेट डीड (सभी प्रकार के) जजमेण्ट (न्यायालयादेश) आदि सम्मिलित हैं । इन पट्टे-परवानों के लेख को समझना, उनकी प्रामाणिकता पर विचार करना, उनके जारी किये जाने की तिथियों का अन्वेषण और निर्धारण करना, साथ ही उनके निर्माण की प्रविधि को समझना तथा यह निर्धारित करना कि वे इन रूपों में किस उद्देश्य के लिए उपयोग में लाये जाते थे - इन सभी बातों को आज इस विज्ञान के क्षेत्र में माना जाता है।"
2. पेलियोग्राफी : 'पेलियोग्राफी' वह विज्ञान है जो पेपीरस, पार्चमैण्ट, मोमपाटी, लकड़ी या कागज पर लिखे प्राचीन लेखन को पढ़ने का प्रयत्न करता है, तिथियों का आकलन एवं उनका विश्लेषण करता है। द एनसाइक्लोपीडिया अमेरिका, के ग्रन्थ 2, पृ. 163 पर लिखा है - "Palaeography, Seience of reading, dating and analyzing ancient writing on Papyrus, Parchment. Waxed Tablets, Postherds, Wood or Paper". इस विज्ञान को लिपि-विज्ञान भी कहते हैं । इस विज्ञान के द्वारा उन कठिनाइयों पर विजय प्राप्त करने के उपाय बताना है जो किसी अज्ञात लिपि को पढ़ते समय
1. पाण्डुलिपि विज्ञान, पृ. 14-15
सामान्य पाण्डुलिपिविज्ञान
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