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12. लिपिकारों के व्यक्तित्व का परिचय ।
13. लिपियों के वैशिष्ट्यों की ऐतिहासिक एवं भौगोलिक व्याख्या ।
14. पाण्डुलिपियों की प्रामाणिकता की परीक्षा ।
15. पाठालोचन प्रणाली ।
16. पाठ - पुनर्निर्माण प्रणाली ।
17. शब्द - रूप, अर्थ तथा पाठ ।
18. पाण्डुलिपियों की सुरक्षा ( रख-रखाव ) की आधुनिक वैज्ञानिक पद्धतियाँ । 19. पाण्डुलिपि - संग्रहालय एवं उनके निर्माण का प्रकार ।
20. पाण्डुलिपियों के उपयोग का विज्ञान ।
21. पाण्डुलिपि और अलंकरण ।
22. पाण्डुलिपि के चित्र ।
23. पाण्डुलिपि की भाषा का निर्णय ।
24. पाण्डुलिपि - लेखक, प्रतिलिपिकार, चित्रकार और सज्जाकार ।
25. पाण्डुलिपि, प्रतिलिपि - लेखन- स्थान, प्राप्त सुविधाएँ तथा प्रतिलिपिकार की योग्यताएँ ।
26. ग्रंथ-लेखन एवं प्रतिलिपि - लेखन के शुभ-अशुभ मुहूर्त ।
27. पाण्डुलिपि के लिप्यांकन में हरताल-प्रयोग, काव्य-प्रयोग तथा संशोधनपरिवर्धन की पद्धतियाँ ।
6. पाण्डुलिपि विज्ञान के पक्ष
सामान्यत: पाण्डुलिपि शब्द के अन्तर्गत सभी प्रकार की पाण्डुलिपियाँ समाहित होती हैं, जो अब तक लिखी गई हैं, लिखी जा रही हैं या लिखी जायेंगी । इसीलिए पाण्डुलिपि विज्ञान किसी विशेष पाण्डुलिपि का ही अध्ययन नहीं करता, अपितु सभी प्रकार की पाण्डुलिपियों का अध्ययन करता है, जिससे तत्संबंधी समस्याओं का समाधान निर्धारित किया जाता है। इस प्रकार पाण्डुलिपि विज्ञान के तीन पक्ष हैं - 1. लेखन, 2. पाण्डुलिपि का प्रस्तुतीकरण, 3. सम्प्रेषण ।
सामान्य पाण्डुलिपिविज्ञान
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