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________________ को वर्गाकार या आयताकार भी बनाया। नीचे पैर ४ और टाँगें। इन्हें बनाने के लिए दो आड़ी खड़ी रेखाएँ '।।' और एक दिशा में मुड़े पैर की द्योतक दो पड़ी रेखाएँ'-', '-'। मानव के बिम्ब का रेखानुकृति ने यह रूप लिया : - - चित्र-1 यह रेखाचित्र तो प्रक्रिया को समझाने के लिए है यह रेखांकन की प्रक्रिया है जिसमें चित्र बनाने वाले की कुशलता से रूप में भिन्नता आ सकती है पर जो भी रूप होगा, वह स्पष्टत: उस वस्तु का बिम्ब प्रस्तुत करेगा, यथा - RAM चित्र-2 आदिम मानव के बनाये चित्र हैं। वर्गाकार छड़ दृष्टव्य है। * 1*1 Ut ky v Ev tv krte * wro not * ofoot चित्र-3 चित्रलिपि में मनुष्य के विविध रेखांकन सिन्धुघाटी की मुहरों की छापों से नीचे दिये गये हैं। ये वास्तविक लिपि-चिह्न हैं।' 1. पाण्डुलिपिविज्ञान : डॉ. सत्येन्द्र, पृ. 176 पाण्डुलिपि की लिपि : समस्या और समाधान 113 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002693
Book TitleSamanya Pandulipi Vigyan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahavirprasad Sharma
PublisherApbhramsa Sahitya Academy
Publication Year2003
Total Pages222
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Grammar
File Size8 MB
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