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नमो
अव्यय
= नमस्कार = जिसके
जस्स
= प्रसाद से
पसाएण एरिसी
= ऐसी = ऋद्धि
रिद्धी पेच्छामि सयललोए
= देखता हूँ
(ज) 6/1 स (पसाअ) 3/1 (एरिस (पु) •एरिसी (स्त्री)) 1/1 वि (रिद्धि) 1/1 (पेच्छ) व 1/1 सक [(सयल) वि-(लोअ) 2/2] (त) 1/2 सवि (अम्ह) 6/1 (लोय) 1/2 अव्यय (पेच्छ) व 3/2 सक
सब लोगों को
लोया
पेच्छंति
देखते हैं
10.
일
1/2 स
일
गुणिणो
(ज) 1/2 स (गुणि) 1/2 वि (ज) 1/2 स (ज) 1/2 स
= गुणी
= जो
अव्यय
-भी
माणिणो (माणि) 1/2 वि
= आत्म-सम्मानी जे. (ज) 1/2 स
= जिन्होंने वियड्ढसंमाणा [(वियड्ढ) वि-(संमाण) 1/2] = विद्वानों में सम्मान दालिद्द . (दालिद्द) 8/1
= निर्धनता अव्यय वियक्खण (वियक्खण) 8/1 वि
= निपुण 1. नमो' के योग में चतुर्थी विभक्ति होती है। 2.
कभी-कभी षष्ठी विभक्ति का प्रयोग द्वितीया विभक्ति के स्थान पर पाया जाता है। (हेम प्राकृत व्याकरण : 3-134)
प्राकृत गद्य-पद्य सौरभ भाग -2
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