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. जिंदा
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= निन्दा = भी = उनके द्वारा
विहिआ
= की गई
(णिंदा) 1/1 अव्यय (त)-3/2 सवि (विहिअ) भूक 1/1 अनि अव्यय (त) 6/2 स (मण्ण) 7/1 (किलाम) व 3/1 सक
= नहीं
ताण
= उनके = मन को
मण्णे' किलामेइ
= खिन्न करती है
(हर) व 3/1 सक (अणु) 1/1 वि
= प्रसन्न करता है - छोटा
अव्यय
= भी
..
पर-गुणो गरुअम्मि
= दूसरे का गुण = बड़े (गुण) में
वि
णिअ-गुणे
ण
संतोसो
[(पर) वि-(गुण) 1/1] (गरुअ) 7/1 वि अव्यय [(णिअ) वि-(गुण) 7/1]
अव्यय (संतोस) 1/1 (सील) 6/1 (विवेअ) 6/1 अव्यय [(सारं) + (इणं)] सारं (सार) 1/1 इणं (इम) 1/1 सवि (एत्तिअ) 1/1 वि
= अपने गुण में = नहीं = सन्तोष = शील का = विवेक का
सीलस्स
विवेअस्स
अ
=
और
सारमिणं
= सार
= यह
एत्तिअं
= इतना
चेअ
अव्यय
fic
1.
कभी-कभी द्वितीया विभक्ति के स्थान पर सप्तमी विभक्ति का प्रयोग पाया जाता है। (हेम प्राकृत व्याकरण : 3-135)
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प्राकृत गद्य-पद्य सौरभ भाग-2
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