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णितुल्लु मुत्ताहलु
(णितुल्ल) 1/1 वि (मुत्ताहल) 1/1
असाधारण मोती
3.5
तेण
उस
पुत्तेण
जणु
(त) 3/1 सवि (पुत्त) 3/1 (जण) 1/1 (तुट्ठ) भूकृ 1/1 अनि (ख) 7/1 (महत) 3/2 वि (मेह) 3/2 (जल) 1/1 (वुट्ठ) भूकृ 1/1 अनि
पुत्र से मनुष्य वर्ग सन्तुष्ट हुआ आकाश में
महंतेहिं
घने
मेहेहिं
बादलों द्वारा
जल
बरसाया गया
दुट्ठपाविट्ठपोरत्थगणु
दुष्ट, अत्यन्त पापी, ईर्ष्यालु वर्ग (समूह) डर गया हर्ष
णंदि आणंदि
[(दु8) वि-(पाविट्ठ) वि-(पोरत्थ) वि- (गण) 1/1] (तट्ठ) भूकृ 1/1 अनि (णंदि) 1/1 (आणंद- (स्त्री) आणंदी) 1/1 (देव) 3/2 (णह) 7/1 (घुट्ठ) भूकृ 1/1 अनि
आनन्द
देवेहि
ाटे
देवताओं द्वारा आकाश में घोषित किया गया
दुंदुहीघोसु कयतोसु
[(दुंदुही)-(घोस) 1/1] [[(कय) भूक अनि-(तोस) 1/1] वि]
दुंदुभी-घोष दिया गया, (किया गया) सन्तोष
(हुअ) भूकृ 1/1 (दिव्व) 1/1 वि
उत्पन्न हुआ दिव्य
दिव्यु
अपभ्रंश काव्य सौरभ
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