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112. मे मइ मम मह महं मज्झ मज्भं ग्रम्ह म्हं ङसा
3 / 1 ! 3
मे (मे) 1/1 मइ (मइ) 1 / 1 मम (मम) 1 / 1 मह (मह) 1 / 1 महं (महं) 1 / 1 मज्झ (मज्झ) 1/1 मज्भं ( मज्झ ) 1 / 1 ग्रम्ह ( अम्ह ) 1 / 1 ग्रहं (अहं) 1 / 1 ङसा (ङस् ) 3 / 1
( ग्रह के ) ङस् सहित मे, मइ, मम, मह, महं, मज्झ, मज्भं ग्रम्ह, अहं (होते हैं) ।
अह के ङस् (षष्ठी एकवचन के प्रत्यय) सहित मे, मइ, मम, मह, महं, मज्भ, मज्भ, अम्ह, अहं होते हैं ।
अम्ह (पु., नपु., स्त्री. )
( श्रम्ह + ङस् ) = मे, मइ, मम, मह, महं, मज्झ, मज्भं, अम्ह, अम्हं (षष्ठी एकवचन)
113. णे णो मज्झ श्रम्ह म्हं श्रम्हे अम्हो श्रम्हाण ममारण महाण मज्भारण श्रामा 3/114 (ण) 1/1 णो णो ) 1 / 1 मज्झ (मज्झ ) 1 / 1 श्रम्ह ( श्रम्ह ) 1 / 1 अम्हं (अहं) 1/1 हे ( अम्हे ) 1 / 1 अम्हो ( अम्हो ) 1 / 1 ग्रम्हाण (ब्रम्हाण) 1 / 1 ममाण (ममाण) 1 / 1 महाण ( महाण ) 1 / 1 मज्झाण (मज्झाण) 1 / 1 श्रामा (ग्राम् ) 3 / 1
(ह के ) ग्राम सहित णे णो, मज्झ, अम्ह, अम्हं, अम्हे, अम्हो, अम्हारा, ममाण, महाण, मज्भाण (होते हैं) ।
अम्ह के आम् (षष्ठी बहुवचन के प्रत्यय) सहित णे णो, मज्झ, अम्ह, अहं, अम्हे, अहो, म्हाण, ममाण, महारण, मज्झाण होते हैं ।
1
ब्रम्ह (पु, नपु, स्त्री ) - (ग्रम्ह + आम् ) = णे णो मज्झ, ब्रम्ह, श्रम्हं, अम्हे, अम्हो, अम्हाण, ममाण, महाण,
मज्भाण
( षष्ठी बहुवचन)
114. मि मइ ममाइ मए में ङिना
3/115
मि (मि) 1 / 1 मह (मइ) 1 / 1 ममाइ ( ममाइ) 1 / 1 मए (मए) 1 / 1 मे (मे)
1/1 fear (f) 3/1
प्रोढ प्राकृत रचना सौरम ]
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