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________________ पाठ 75 संज्ञा-सर्वनाम संज्ञा शब्द सप्तमी बहुवचन संज्ञाएँ अकारान्त पुल्लिंग नरिंद = राजा अकारान्त नपुंसकलिंग रज्ज = राज्य इकारान्त पुल्लिंग .. सामि = स्वामी ईकारान्त पुल्लिंग गामणी = गाँव का मुखिया उकारान्त पुल्लिंग साहु = साधु सप्तमी बहुवचन नरिंदहिं/नरिंदाहिं रज्जहिं/रज्जाहिं सामिहिं/सामीहिं सामिहुं/सामीहुँ गामणीहिं/गामणिहिं गामणीहुं/गामणिहुं साहुहिं/साहूहिं साहुहुं/साहूहूं सयंभूहि/सयंभुहिं सयंभूहुं/सयंभुहुं वारिहिं/वारीहिं वत्थुहिं/वत्थूहिं मायाहिं/मायहिं जुवइहिं/जुवईहिं पुत्तीहिं/पुत्तिहिं धेणुहिं/घेणूहि जंबूहिं/जंबुहिं ऊकारान्त पुल्लिंग सयंभू = स्वयंभू इकारान्त नपुंसकलिंग उकारान्त नपुंसकलिंग आकारान्त स्त्रीलिंग इकारान्त स्त्रीलिंग ईकारान्त स्त्रीलिंग उकारान्त स्त्रीलिंग ऊकारान्त स्त्रीलिंग वारि = जल वत्थु = पदार्थ माया = माता जुवइ = युवती पुत्ती = पुत्री घेणु = गाय जंबू = जामुन का पेड़ सर्वनाम सप्तमी बहुवचन - हमारे में अम्हासु तुम्हासु तहिं/ताहिं ताहिं/तहिं = तुम्हारे में . = उनमें (पुल्लिंग, नपुंसकलिंग) __ = उनमें (स्त्रीलिंग) 150 अपभ्रंश रचना सौरभ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002687
Book TitleApbhramsa Rachna Saurabh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKamalchand Sogani
PublisherApbhramsa Sahitya Academy
Publication Year2003
Total Pages246
LanguageApbhramsa, Hindi
ClassificationBook_Devnagari & Grammar
File Size7 MB
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