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कर्तृवाच्य वर्तमानकाल एकवचन
कर्ता-प्रथमा
कर्म-द्वितीया
क्रिया-कर्ता के अनुसार .
मई
कोकइ/आदि
= साधु मुझको बुलाता है।
साहु
पइं/तई
कोकइ/आदि
= साधु तुमको बुलाता है।
कोकइ/आदि
= साधु उसको बुलाता है।
साह
कहा/कह
सुणइ/आदि
साधु कथा सुनता है।
अम्हे/अम्हई
कोकइ/आदि ___राजा हमको बुलाता है।
नरिंदु
तुम्हे/तुम्हई
कोकइ/आदि
।
नरिंदो
__= राजा तुम (सब) को
बुलाता है।
नरिंद
त/ता
कोकइ/आदि __= राजा उनको बुलाता है।
नरिंदा
त/ता/ताउ/तउ/ कोकइ/आदि ताओ/तओ
= राजा उन (स्त्रियों) को बुलाता है।
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अपभ्रंश रचना सौरभ
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