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कर्तृवाच्य
वर्तमानकाल एकवचन कर्म-द्वितीया क्रिया-कर्ता के अनुसार
कर्ता-प्रथमा
नरिंदु
नरिंदो नरिंद नरिंदा
कोकइ/आदि = राजा मुझको बुलाता है।
नरिंदु।
पइं/तई
नरिंदा नरिंद नरिंदो
कोकइ/आदि == राजा तुमको बुलाता है।
.
नरिंदु नरिंदो नरिंद नरिंदा
कोकइ/आदि = राजा उसको (पु.) बुलाता है।
६. ३३३ ३३ ३३ ३३ ३.३.३ ३.३ ३.४ ३.३.३३
नरिंदु
तं
नरिंदो नरिंद नरिंदा J.
कोकइ/आदि = राजा उसको (स्त्री.) बुलाता है
नरिंदु नरिंदो नरिंद नरिंदा
रक्खइ/आदि = राजा उस (राज्य) की रक्षा करता है
नरिंदु
कहा/कह
सुणइ/आदि = राजा कथा सुनता है।
नरिंदो नरिंद नरिंदा
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अपभ्रंश रचना सौरभ
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