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गुणस्थान | भाव व्युच्छित्ति भाव . । अभाव 3. मिश्र {0} {23} {चक्षु अचक्षु (8) {औपशमिक अवधि दर्शन,
सम्यक्त्व, क्षायिक क्षायोपशमिक पाँच . सम्यक्त्व, मति, श्रुत लब्धि ,
अवधि ज्ञान, नरकगति,कापोत क्षायोपशमिक सम्यक्त्व, लेश्या, नपुंसक लिंग, मिथ्यात्व, अभव्यत्व+ चार कषाय, अज्ञान कुज्ञान - 3 मिश्रज्ञान} असिद्धत्व, असंयम, जीवत्व, भव्यत्व, मति कुमति, श्रुत कुश्रुत अवधि कुअवधि तीन मिश्र ज्ञान
4. अविरत {3} [नरक 26} {औपशमिक {5}{कुमति कुश्रुत
गति, कापोत सम्यक्त्व, क्षायिक कुअवधि ज्ञान, मिथ्यात्व लेश्या, सम्यक्त्व, मति, श्रुत अभव्यत्व) असंयम] अवधिज्ञान, चक्षु,
अचक्षु, अवधि दर्शन,क्षायोपशमिक सम्यक्त्व,क्षायोपशमिक पाँच लब्धि, नरकगति,कापोत लेश्या, नपुंसक लिंग, चार कषाय, अज्ञान असिद्धत्व, असंयम, जीवत्व भव्यत्व
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