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गृह प्रकरणम्
जिस द्विशाल घर के आगे चार अलिन्द और पीछे की तरफ तीन अलिन्द हों उसको 'द्विवेध' नाम का घर कहा जाता है । ये सूर्य आदि आठ घर कहे हैं वे उनके नाम सदृश फलदायक हैं ॥१०३।।
सूर्यर
वासव२
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कालाई
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सुत्रत
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