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( ५२ )
वास्तुसारे
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प्रतापवर्द्धन घर में यदि पदारु (स्तंभ-पीढा ) हो तो यह 'जंगम' नाम का घर कहा जाता है, यह अच्छा यश फैलानेवाला है। इसी घर का मुख यदि पूर्व दिशा में हो तो 'सिंहनाद', दक्षिण दिशा में हो तो 'हस्तिज' और पश्चिम दिशा में हो तो कंटक' घर कहा जाता है । इसी तरह शंतनादि ये सोलह घर सब उत्तर मुखवाले हैं ॥४॥
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