________________
इसी प्रकार सब समझना चाहिये । इन ध्रुवादि गृहों का फल नाम सदृश जानना चाहिये । विशेष सोलह घरों का प्रस्तार देखो ।
ध्रुव १
SSSS
खर ५
Jain Education International
SSIS
दुर्मुख ९
T
5551
धान्य २
ISSS
कान्त ६
ISIS
कर १०
गृह प्रकरणम्
1551
क्षय १३
JE
ISI1
आकन्द १४
जय ३
SISS
मनोरम ७
SIIS
सुपक्ष ११
SISI
विपुल १५
T
5111
11
वादिक घरों का फल समरांगण में कहा है कि
"नवे जयमाप्नोति धन्ये धान्यागमो भवेत् । जये सपत्नाञ्जयति नन्दे सर्वाः समृद्धयः ॥
For Private & Personal Use Only
नंदभ
Niss
सुमुख
1115
( ४१ )
1
1
धनद १२
IISI
विजय १६
Ll
www.jainelibrary.org