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वास्तुलारे
धन मीन मिथुन और कन्या इन गशियों के पर सूर्य हो तब घर का आरंभ नहीं करना चाहिए। तुला वृश्चिक मेष और वृष इन चार राशियों में से किसी भी राशि का सूर्य हो तब पूर्व और पश्चिम दिशा के द्वारवाला घर न बनवावे, किन्तु दक्षिण या उत्तर दिशा के द्वारवाले घर का प्रारम्भ करे। तथा बाकी की राशियों (कर्क, सिंह, मकर और कुंभ) के पर सूर्य हो तब दक्षिण और उत्तर दिशा के द्वार वाला घर न बनावें, किन्तु पूर्व और पश्चिम दिशा के द्वार वाले घर का प्रारम्भ करें ।।२२॥
नारद मुनि ने बारह राशियों का फल इस प्रकार कहा है -
"गृहसंस्थापनं सूर्ये मेषस्थे शुभदं भवेत् । वृषस्थे धनवृद्धिः स्याद् मिथुने मरणं ध्रवम् ।। कर्कटे शुभदं प्रोक्तं सिंहे भृत्यविवर्द्धनम् । कन्या रोगं तुला सौख्यं वृश्चिके धनवर्द्धनम् ॥ कार्मुके तु महाहानि-मकरे स्याद् धनागमः । कुंभे तु रत्नलामः स्याद् मीने समभयावहम् ॥
घर की स्थापना यदि मेष गशि के सूर्य में करे तो शुभदायक है, वृष राशि के सूर्य में धन वृद्धि कारक है, मिथुन के सूर्य में निश्चय से मृत्यु कारक है, कर्क के सूर्य में शुषदायक कहा है, सिंह के सूर्य में सेवक-नौकरों की वृद्धि कारक, कन्या के सूर्य में गंगकारक, तुला के सूर्य में सुखकारक, वृश्चिक के सूर्य में धन वृद्धिकारक, धन के सूर्य में महाहानिकारक, मकर के सूर्य में धन की प्राप्ति कारक, कुंभ के सूर्य में रत्न का लाभ, और मान के सूर्य भयदायक है।
गृहारम्भे मास फल
सोय-धगा-मिच्चु-हाणि अत्यं सुन्नं च कलह-उव्वसियं । पूया-संपय-अग्गी सुहं च चित्ताइमासफलं ॥२३॥
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